नई दिल्ली। दो साल पहले मिज़ोरम के छिंगछिप सैनिक स्कूल में सिर्फ लड़कों को दाखिला मिलता था, लेकिन 2017 में यहां लड़कियों के लिए दस प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई और अब यहां बारह लड़कियां पढ़ रही है। पिछले साल यहां छह लड़कियों ने एडमिशन लिया और इस साल ये आंकड़ा दुगुना हो गया है। जिनमें एक सैन्य अधिकारी की बेटी भी है। यह एक प्रयोगात्मक निर्णय था और यहां लड़कियों का बेहतरीन प्रदर्शन देख अब रक्षा मंत्रालय ने फैसला लिया है कि वर्ष 2021-22 से देश के हर सैनिक स्कूल में लड़कियों को भी एडमिशन दिया जाएगा।
यहां तीन अलग अलग राज्यों से आई लड़कियां पढ़ रही हैं और इनके बारे में स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि कैडेट के तौर पर इनका प्रदर्शन लड़कों से बेहतर रहा है। इनकी सारी ट्रेनिंग लड़कों के समान ही होती है और उम्मीद है आगे चलकर ये सभी सेना में जाएंगी। इन लड़कियों के लिए अलग हॉस्टल और वार्डन हैं और यहां इनकी सुरक्षा के लिए तमाम इंतज़ाम मौजूद है।