भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्यांगना शोभा नायडू (kuchipudi dancer shobha naidu) का मंगलवार देर रात निधन हो गया। पद्मश्री से सम्मानित शोभा नायडू ने एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। शोभा नायडू (shobha naidu) की प्रमुख उपलब्धियों में विप्रनारायण, कल्याण श्रीनिवासम और अन्य बैले (नृत्य-नटिकाओं) की कोरियोग्राफी और उनमें नृत्य तथा अभिनय शामिल है। इनमें उन्होंने सत्यभामा, देवदेवकी, पद्मावती, मोहिनी, साईबाबा व देवी पार्चती की मुख्य भूमिकाएं निभायी हैं। उन्होंने भारत सहित अमेरिका, ब्रिटेन और कई अन्य देशों में अपनी नृत्य प्रस्तुतियां दी। शोभा नायडू ने भारत और विदेशों के कई छात्रों को नृत्यकला का प्रशिक्षण भी दिया। पद्मश्री सम्मान सहित उन्हें आंध्रप्रदेश सरकार और विभिन्न प्रतिष्ठित संगठनों द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।
उनका नायडू का जन्म 1956 को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनन जिले के अनकापल्ली में हुआ था। उन्होंने बहुत ही कम आयु में कुचीपुड़ी की तकनीक में महारत हासिल की और कई नृत्य नाटकों में मुख्य भूमिका निभाई। वे कई सालों से हैदराबाद में युवा छात्रों को प्रशिक्षण दे रही थीं। उन्होंने कई नृत्य-नाटकों को भी निर्देशित किया है और कृष्णगण सभा मद्रास से उन्हें नृत्य चूडमानी का शीर्षक भी प्राप्त हो चुका है। उनके निधन पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने शोक जताते हुए उन्हें कुचिपुड़ी की प्रसिद्ध नृत्यांगना के रूप में याद किया जिनकी सत्यभामा और पद्मावती की भूमिकाओं को हमेशा याद किया जाएगा।