नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। मोदी सरकार (Modi Government) के कृषि कानूनों (Agriculture Bill) के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। एक बार फिर किसान महापंचायत ने 27 सितंबर को भारत बंद (Bharat Band 27 September ) का आह्नान किया है। किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि इस दौरान सबकुछ बंद रहेगा। उस दिन ट्रेनें और बसें भी रोकी जाएंगी। जबतक काले कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, हमारा आंदोलन खत्म नहीं होगा।हम शहीद हो जाएंगे, लेकिन मोर्चा डटा रहेगा।
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राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि 9 महीने से लाखों लोग दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे है और 22 जनवरी से सरकार से हमारी बातचीत बंद है। इस मांग को लेकर अब तक हमारे सैकडों किसान भी शहीद हो गए हैं लेकिन सरकार ने जवाब नहीं दिया। जब सरकार हमें बुलाएगी हम वार्ता के लिए जाएंगे। जब तक सरकार हमारी मांग नहीं मान लेती है, हमारा धरना जारी रहेगा। देश की आजादी के लिए तो 90 साल तक संघर्ष हुआ था और हमें नहीं पता कि यह अब कितना और लंबा चलेगा।हमने शपथ ली है कि मरते दम तक हम धरनास्थल से हटेंगे नहीं। भले ही वहां पर हमारी कब्र ही क्यों न बना दी जाए।
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रविवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर में किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो हम अपनी जान भी दे देंगे, लेकिन हम वहां से हटेंगे नहीं। जब तक हम जीत नहीं जाते हैं, हमें कोई भी ताकत वहां से हटा नहीं सकती है। यूपी के आगामी विधान सभा चुनावों में भी बीजेपी का विरोध किया जाएगा अब गोरखपुर, लखनऊ, बनारस, कानपुर समेत यूपी के सभी 18 मंडलों में किसानों की महापंचायत (Kisan andolan) की जाएगी। किसान नेताओं ने 27 सितंबर को भारत बंद का भी आह्वान किया है ।