नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि जब तक भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में सुधार नहीं होता, तब तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद समाप्त नहीं होगा। शोपियां जिले में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बयान दिया। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के दावों पर अब्दुल्ला ने कहा, “जब तक पड़ोसी देश के साथ हमारे संबंध बेहतर नहीं होते तब तक यहां आतंकवाद खत्म नहीं होगा।”
हमले के दोषियों का सफाया
कुलगाम जिले में चल रही मुठभेड़ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “जब मुठभेड़ जारी है, तो आप कैसे कह सकते हैं कि आतंकवाद समाप्त हो गया?” अब्दुल्ला ने मंगलवार को पहलगाम हमले के संदर्भ में कहा कि हमले के दोषियों का सफाया इस बात का सबक है कि आतंकवाद कभी सफल नहीं होगा। उन्होंने श्रीनगर में एक समारोह के दौरान पत्रकारों से कहा, “अगर वे मारे गए हैं, तो यह अच्छी बात है। उन्हें सबक मिल गया है कि आतंकवाद कभी जीत नहीं सकता।”
आतंकवादियों को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले तीन आतंकवादियों (सुलेमान उर्फ फैजल, अफगानी और जिबरान) को श्रीनगर के पास सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में मार गिराया गया। फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि वे आतंकवादियों को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते और न ही उन्हें देखा है, लेकिन उनकी पहचान केवल उन लोगों द्वारा की जा सकती है जिन्होंने उन्हें देखा था।





