देश के पूर्व विदेश मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा ने 92 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। सोमवार देर रात को उन्होंने अपने जीवन की अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि एसएम कृष्णा लंबे समय से बीमार चल रहे थे। आज उन्होंने बेंगलुरु में अपने निवास पर अंतिम सांसे ली। उन्होंने देश के विदेश मंत्री के तौर पर काम किया। उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में भी खूब चर्चाएं बटोरी। एसएम कृष्णा को भारत सरकार द्वारा 2023 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था।
एसएम कृष्णा के निधन के चलते राजनीतिक जगत में शोक की लहर छा गई है। राजनीतिक जगत में एसएम कृष्णा एक बड़ा चेहरा थे। 2017 में एसएम कृष्णा भाजपा से जुड़े थे। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस में रहकर राजनीतिक जगत में अपना नाम बनाया था।
2017 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन की
एसएम कृष्णा ने सोमवार देर रात करीब 2:45 बजे अपने जीवन की अंतिम सांस ली। उनकी उम्र 92 साल थी। वह उम्र संबंधी समस्या से जूझ रहे थे। एसएम कृष्णा का पूरा नाम सोमनाहल्ली मल्लैया कृष्णा था। उन्होंने कांग्रेस के नेता के रूप में खूब चर्चाएं बटोरी। 2017 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन की। बता दें कि एसएम कृष्णा महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रहे। एसएम कृष्णा का जन्म में 1 मई 1932 को कर्नाटक के मांड्या जिले के सोमनहल्ली में हुआ था।
विदेश मंत्री के तौर पर भी किया काम
कर्नाटक की राजनीति में एसएम कृष्णा ने कई अहम रोल निभाए। एसएम कृष्णा कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। हाल ही में वह भाजपा में शामिल हुए थे। एसएम कृष्णा 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे। इसके साथ ही उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार में विदेश मंत्री के तौर पर काम भी किया। उनके निधन से राजनीतिक जगत में शोक की लहरें छा गई है।