शिक्षकों-कर्मियों के लिए खुशखबरी, वेतन में भारी वृद्धि, अब खाते में आएगी इतनी राशि, नोटिफिकेशन जारी

ओडिशा सरकार के स्कूल और जन शिक्षा विभाग ने 12 फरवरी को एक प्रस्ताव में उनके पारिश्रमिक को 11,100 रुपये से बढ़ाकर 16,000 रुपये करने की अधिसूचना जारी की।

Pooja Khodani
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Employees Salary Hike : ओडिशा के शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। राज्य की मोहन चरण माझी सरकार ने जूनियर शिक्षकों (योजनाबद्ध) को बड़ा तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने शिक्षकों के मासिक वेतन में 4,900 रुपये की वृद्धि की है।वेतन वृद्धि प्रस्ताव जारी होने की तारीख से प्रभावी होगी। वर्तमान में, राज्य में 13,740 जूनियर शिक्षक (योजनाबद्ध) कार्यरत हैं।

दरअसल, ओडिशा सरकार के स्कूल और जन शिक्षा विभाग ने 12 फरवरी को एक प्रस्ताव में उनके पारिश्रमिक को 11,100 रुपये से बढ़ाकर 16,000 रुपये करने की अधिसूचना जारी की।सरकार ने समग्र शिक्षा योजना के तहत राज्य भर के प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत जूनियर शिक्षकों (योजनाबद्ध) के वेतन में वृद्धि की है। संशोधित वेतन संरचना राज्य के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक दोनों विद्यालयों में कार्यरत जूनियर शिक्षकों (योजनाबद्ध) पर लागू होगी।इस वेतन संशोधन को समायोजित करने के लिए, राज्य सरकार 89.15 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वार्षिक व्यय वहन करेगी।

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ओडिशा शिक्षा मंत्री ने X पर पोस्ट कर दी जानकारी

स्कूल और जन शिक्षा मंत्री नित्यानंद गोंड ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर पोस्ट किया कि प्राथमिक स्कूलों में काम करने वाले जूनियर शिक्षकों (शिक्षा) का वेतन समग्र शिक्षा के तहत 11,100 रुपये से बढ़ाकर 16,000 रुपये कर दिया गया है।

बिहार के शिक्षकों की सैलरी में भी इजाफा

बिहार सरकार ने भी स्वास्थ्य विभाग की अनुशंसा पर सरकारी फार्मेसी मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि कर दी है। अब अतिथि शिक्षकों को प्रति कक्षा 1000 रुपये के स्थान पर अब 1500 रुपये मिलेंगे।अब तक अतिथि शिक्षकों को प्रति कक्षा 1000 रुपये का भुगतान किया जाता था और एक महीने में अधिकतम 35,000 रुपये मानदेय तय था, लेकिन वेतन वृद्धि के बाद यह 50,000 रुपये कर दिया है।स्वास्थ्य विभाग ने इस निर्णय से संबंधित आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है।

 

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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