Indian Groom Japanese Bride : कहते हैं प्यार हर सरहद, हर दूरी को मिटा देता है। अगर दो लोग आपस में प्यार करते हैं तो उनके बीच न तो संस्कृति का फर्क असर डाल सकता है, न ही हजारों किलोमीटर की दूरियां कोई अड़चन पैदा कर सकती है। इसी बात को एक बार फिर सच कर दिखाया है एक प्रेमी जोड़े ने, जो हाल ही में शादी के बंधन में बंधा है।
ये कहानी है उत्तर प्रदेश के अजीत त्रिपाठी जापान की मसाको की। सॉफ्टवेयर इंजीनियर अजीत बस्ती जिले में दुबौलिया इलाके के डेईडिहा गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता राजेंद्र त्रिपाठी एक किसान हैं। अजीत ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद जापान की राजधानी टोक्यो में नौकरी शुरु की। करीब 8 साल से वो टोक्यो में हिकारी तुल्सेन कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहे हैं। वहीं मसाको भी हिकारी तुल्सेन कंपनी में ही ऑनलाइन मार्केटिंग मैनेजर के पद पर काम करती थीं। साल 2020 में इन दोनों में दोस्ती हुई और धीरे धीरे ये दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद दोनों ने सारी ज़िंदगी एक साथ गुजारने का फैसला किया।
अजीत और मसाको ने तो ये फैसला कर लिया था, लेकिन इसे सच करना इतना आसान नहीं था। दो देशों की दूरी को पाटना और दोनों के परिवारों को मनाना कोई आसान काम नहीं था। इसके लिए दोनों को करीब एक साल की मशक्कत करनी पड़ी। अजीत ने अपने माता पिता और परिवार को इस शादी के लिए काफी मनाया, वहीं मसाको के लिए भी उनकी मां शसिको और पिता नोरी फुमी को मनाने में खासी मेहनत करनी पड़ी। लेकिन आखिरकार दोनों परिवार रज़ामंद हो गए और फिर लड़की वाले शादी करने के लिए भारत पहुंचे।
पिछले रविवार को अजीत और मसाको की शादी पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ हुई। मसाको, उसके माता पिता और दोस्त हर्रैया पहुंचे। यहां अजीत के घरवालों ने शादी की सारी तैयारियां करके रखी थी। गांव में पूरे धूमधाम से दोनों की शादी हुई। इस दौरान दूल्हा दुल्हन ही नहीं, दोनों के परिवार भी काफी खुश नजर आ रहे थे और सभी ने इस अनोखी जोड़ी को दिल से स्वीकार किया। खासकर दुल्हन पक्ष के लिए ये शादी और इसकी हर रस्म काफी रोचक रही। शादी के बाद मसाको अपने ससुराल पहुंची और यहां उसका पूरी गर्मजोशी से स्वागत किया गया। शादी को अब दो दिन हो चुके हैं और नया जोड़ा अपने हनीमून के लिए लखनऊ गया है।