पश्चिम बंगाल में चुनावी संग्राम जारी है। शनिवार को हुमायूँ कबीर ने मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद का शिलान्यास किया था। वहीं 7 दिसंबर रविवार को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में गीता पाठ (Gita Path in Kolkata) का आयोजन किया गया। जिसमें करीब 5 लाख लोग शामिल हुए। इस कार्यक्रम में कार्तिक महाराज, बाबा बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री, योग गुरु बाबा रामदेव समेत कई धर्मगुरु शामिल हुए।
इस सामूहिक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन मंडलेश्वर स्वामी की ज्ञानानंद जी महाराज के अध्यक्षता में किया गया था। उन्होनें कहा कि यह कार्यक्रम आध्यात्मिक चेतना, शांति और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है। राजनीतिक तनाव के माहौल में गीता का संदेश लोगों को एकजुट कर सकता। इसके अलावा पद्म भूषण साध्वी ऋतंभरा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थी। इसके अलावा बंगाल के राज्यपाल आनंद बोस के अलावा कोई बीजेपी नेता भी इसका हिस्सा बने।
कार्यक्रम का आयोजन सनातन संस्कृति संसद द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य नागरिकों तक सनातन धर्म की मूल भावना और गीता के संदेशों को प्रसारित करना है। पिछली बार 24 दिसंबर 2023 को इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
कोलकाता में महाकुंभ मेला- धीरेंद्र शास्त्री ने कहा
सामूहिक गीता पाठ कार्यक्रम को लेकर धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने कहा कि, “पवित्र धरती कोलकाता में 5 लाख लोगों ने एक साथ गीता पाठ किया। कार्यक्रम के लिए लोगों के सैलाब देखकर ऐसा लगा कि जैसे कोलकाता में महाकुंभ लगा हो। हम पश्चिम बंगाल, कोलकाता और भारत के लोगों का दिल से शुक्रिया अदा करते हैं। सनातन एकता ही देश और दुनिया के लिए शांति का सबसे बड़ा माध्यम है। इस देश में हम “सनातनी” चाहते हैं “तनातनी” नहीं। भारत में भगवा-ए-हिंद चाहिए ग़जवा-ए हिन्द नहीं”
टीएमसी से निलंबित एमएलए हुमायूं कबीर द्वारा द्वारा रखे गए बाबरी मस्जिद की नींव पर उन्होंने कहा कि, “अगर किसी की ऐसी आस्था है तो वह अपनी आस्था के अनुसार इसे स्वीकार कर सकता है। इसमें कोई गलत बात नहीं है। लेकिन हम भगवान राम या हिंदू मंदिर बनने पर कोई भी टिप्पणी स्वीकार नहीं करेंगे।”
यहाँ भगवा ही चलेगा- साध्वी ऋतंभरा ने कहा
साध्वी ऋतंभरा भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनी। उन्होंने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि इस देश में बाबरी या बाबरी की कोई नींव नहीं है। कोई भी इमारत बना सकता है लेकिन बाबर को दिल में नहीं बता सकता। यह देश राम का है और हमेशा उन्हीं का रहेगा। यहां भगवा ही चलेगा और यह शाश्वत सत्य है।”





