Ram Temple Speciality: 22 जनवरी को भगवान राम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा होने वाली हैं। इस कार्यक्रम में सिर्फ 5 दिन रह गए हैं। इस दिन को लेकर देशभर के हर कोने-कोने में अलग ही उत्साह और उल्लास देखने को मिल रहा है। वहीं, मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी भी जोरों-शोरों पर हैं। मंदिर का निर्माण भी करीबन पूरा हो चुका है। चलिए इसी के साथ जानते हैं राम मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें।
राम मंदिर में क्या-क्या खास है
सोने के लगाए गए दरवाजे
आपको बता दें, श्री राम मंदिर के गर्भ ग्रह में स्वर्ण की परत के 14 दरवाजे लगाए गए हैं। सागवान की लकड़ी से बने इन सभी दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाई गई है। यह दरवाजे हैदराबाद के कारीगरों ने बनाए हैं। यह दरवाजे 12 फीट ऊंचे और 8 फीट चौड़े हैं। इन दरवाजों को बनाने में 100 किलो सोना इस्तेमाल किया गया है। अगर दरवाज़े की डिजाइन की बात की जाए, तो दरवाजों पर हाथियों की अक्श उकेरी गई है। इसके ऊपरी हिस्से में महलनुमा आकृति बनी हुई है जिसमें दो सेवक हाथ जोड़े खड़े हैं।
500 किलो का नगाड़ा
अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए गुजरात के डबगर समाज के लोगों ने एक विशाल नगाड़ा भेंट किया है। यह नगाड़ा 500 किलो वजनी है और इसका व्यास 56 इंच है। इस नगाड़े को बनाने में सोने और चांदी की परत चढ़ाई गई है। इस नगाड़े की आवाज 1 किलोमीटर दूर तक सुनाई देगी। इसे गुजरात से विशेष रथ से अयोध्या लाया गया है। इस नगाड़े की खास बात यह है कि इस पर धूप और बारिश का कोई असर नहीं होगा।
108 फीट लंबी धूप बत्ती
राम मंदिर प्रांगण के लिए बड़ोदरा से स्पेशल धूपबत्ती मंगवाई गई है। इस धूपबत्ती की लंबाई 108 फीट और व्यास 12 इंच है। इस धूपबत्ती को बनाने में लगभग 100 किलो अगरबत्ती का इस्तेमाल किया गया है। धूपबत्ती को प्रचलित करने के लिए विशेष पूजा अर्चना की गई। धूपबत्ती को प्रचलित करने के बाद यह 25 किलोमीटर तक फैलने वाली सुगंध का निर्माण करेगी। आपको बता दें, इस धूपबत्ती को बनाने के लिए कई तरह की जड़ी बूटियां का इस्तेमाल किया गया है। अगर इस धूपबत्ती के वजन की बात की जाए तो इसका वजन 3,610 किलो है।