UP Teacher Transfer-Posting : उत्तर प्रदेश के सरकारी शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार सरकारी शिक्षकों की ट्रांसफर प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करने जा रही है। इसके तहत परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को अब मनपसंद स्कूल में पोस्टिंग मिल सकेगी, लेकिन इसके लिए उन्हें एक कंप्यूटर बेस्ट परीक्षा को पास करना होगा।बता दे कि वर्तमान में प्रदेश में 1.39 लाख परिषदीय स्कूलों में 4.55 लाख शिक्षक तैनात हैं।
इस तरह मिलेगा शिक्षकों को लाभ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूल शिक्षा विभाग ने सीबीटी परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी गई है और संभावना जताई जा रही है कि अगले महीने से ही इसे लागू किया जा सकता है। सीनियर टीचर्स को चुनने के लिए यह परीक्षा ली जाएगी इस प्रक्रिया की शुरूआत प्रदेश के सभी जिलों में खुलने वाले मुख्यमंत्री अभ्यूदय कम्पोजिट विद्यालयों से की जाएगी।वही सीबीटी के आयोजन के लिए जल्द ही एजेंसी का भी चयन किया जाएगा।निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएंगे और उन्हें खास ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
मनचाही ट्रांसफर-पोस्टिंग, परीक्षा से होगा चयन
इस नई व्यवस्था के पीछे सरकार का उद्देश्य मेरिट के आधार पर टीचरों को प्रोत्साहित और स्कूली शिक्षा की क्वालिटी में सुधार करना है।खास बात ये है कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश के 24 हजार कम्पोजिट विद्यालयों में भी शिक्षकों के चयन के लिए कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। हर साल शिक्षकों के मनचाहे ट्रांसफर के लिए भी इसी परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाएगा और विभाग शिक्षकों को ट्रेनिंग भी देगा। इसके अलावा सरकार की योजना यह भी है कि सभी जिलों में अभ्यूदय स्कूल खोले जाएं।
प्रस्ताव के अनुसार,
- एक ही पद पर एक से अधिक आवेदकों का गुणांक समान होने पर अधिकतम आयु वाले आवेदक को
वरीयता दी जाएगी - किसी भी विद्यालय से 40 प्रतिशत से अधिक आवेदन पत्र अग्रसारित नहीं किए जाएंगे
- यदि आवेदन एक से अधिक हैं तो अपने संवर्ग में वरिष्ठ आवेदक का आवेदन अग्रसारित किया जाएगा
- गंभीर बीमारियों से पीड़ित होने या पति, पत्नी या बच्चे में से किसी एक के दिव्यांग होने पर मिलेंगे 50
गुणांक - पति या पत्नी में से किसी एक के शासकीय सेवा में होने पर मिलेंगे 30 गुणांक
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