Bihar Teacher Salary Payment : बिहार के संस्कृत और मदरसा के शिक्षकों और कर्मियों के लिए खुशखबरी है। शिक्षा विभाग के प्रमुख के सचिव केके पाठक ने मदरसा और संस्कृत विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और कर्मियों को पांचवां और छठा वेतनमान देने का फैसला किया है । ये दरें एक जुलाई 2023 से लागू होंगी, जिसको लेकर विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है, ऐसे में जल्द ही मासिक वेतन में वृद्धि देखने को मिलेगी।हालांकि यह निर्णय 10 माह पूर्व निर्णय लिया गया था, जिस पर अब अमल हो रहा है।
जुलाई 2023 से पांचवां और छठा वेतनमान का लाभ
बिहार के शिक्षा विभाग के प्रमुख के सचिव केके पाठक ने मदरसा और संस्कृत विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और कर्मियों को जुलाई 2023 से पांचवां और छठा वेतनमान देने का फैसला किया है। शिक्षा विभाग की ओर से इस संबंध में दिशा निर्देश के साथ पत्र भी जारी कर दिया गया है और महालेखाकार को भी इस फैसले के कारण होने वाले व्यय से अवगत करा दिया गया है।जारी पत्र के अनुसार पंचम वेतन और पुनरीक्षण का लाभ 11 अप्रैल 1989 से और छठा वेतन पुनरीक्षण का लाभ 1 अप्रैल 2007 से देय है।
बजट आवंटित , तैयारियां शुरू, इन कर्मियों को होगा फायदा
इसके तहत शिक्षा विभाग ने मदरसा के लिए 12.80 अरब रुपए के बजट में से 4.68 अरब रुपया जारी कर दिया है, वही संस्कृत विद्यालयों के लिए 8.69 अरब के बजट का प्रावधान किया गया है जिसमें 3.10 अरब रुपया जारी कर दिया गया है।सरकार की इस फैसले से संस्कृत और मदरसा विद्यालय के शिक्षकों और कर्मियों के वेतन में बड़ी वृद्धि देखने को मिलेगी । संभावना है कि मई से पहले बढ़ी हुई सैलरी का लाभ दिया जा सकता है।अराजकीय, प्रस्विकृत और अनुदानित संस्कृत एवं मदरसों में कार्यरत, सेवानिवृत कर्मचारियों और शिक्षकों को पंचम और षष्ठम वेतन पुनरीक्षण का लाभ मिलेगा।