EPFO Update: पेंशनरों और कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। अब कर्मचारी पेंशन योजना के तहत बोनस का भी लाभ उठा सकते है और इससे EPS पेंशन राशि भी बढ़ जाएगी। बोनस के लिए पात्र कर्मचारी को अधिक पेंशन राशि प्राप्त होगी यदि बोनस सेवा वर्ष उनकी सेवा में जोड़े जाते हैं। यह (पेंशन योग्य वेतन X पेंशन योग्य सेवा वर्ष)/70 के तहत गणना करके किया जाता है।
क्या कहता है नियम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कर्मचारी पेंशन योजना (Employees Pension Scheme) के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों को पता होता है कि वे रिटायरमेंट की उम्र से ही पेंशन के हकदार होंगे, लेकिन उन्हें यह नही पता होता है कि उन्हें बोनस का भी लाभ मिलता है। अगर कर्मचारी 20 से अधिक वर्षों के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) के तहत कवर किए गए हैं, तो वे बोनस के भी पात्र होते हैं।
ऐसे होती है पेंशन में वृद्धि
खास बात ये है कि यह बोनस पेंशन योजना के तहत निर्दिष्ट अतिरिक्त सेवा वर्षों के रूप में दिया जाता है। एक बार जब यह बोनस आपके सेवा वर्ष में जोड़ दिया जाता है, तो यह उस पेंशन राशि में भी वृद्धि करता है। बशर्ते वे ईपीएफ योजना के तहत शामिल हों। ध्यान दें कि ईपीएस के तहत अधिकतम सेवा अवधि 35 वर्ष है।
ऐसे समझें पूरा गणित
- उदाहरण के तौर पर, यदि एक कर्मचारी ने ईपीएफ और ईपीएस खातों में लगातार योगदान करते हुए कई नियोक्ताओं के साथ 21 साल तक काम किया है तो ईपीएफ कानून के मुताबिक, पेंशन योग्य वेतन की अधिकतम सीमा 15,000 रुपये है।
- पात्र पेंशन राशि रु. 4,500 – (15,000X21)/70 होगी। अब, यदि पेंशन योग्य सेवा वर्षों में बोनस सेवा वर्ष (2 वर्ष) जोड़े जाते हैं, तो पेंशन राशि 4,929 रुपये – (15,000X23) / 70 रुपये हो जाएगी। बोनस सेवा वर्षों को जोड़ने के कारण पेंशन राशि में 429 रुपये की वृद्धि हुई है।
- बोनस के लिए पात्र कर्मचारी को अधिक पेंशन राशि प्राप्त होगी यदि बोनस सेवा वर्ष उनकी सेवा में जोड़े जाते हैं। यह (पेंशन योग्य वेतन X पेंशन योग्य सेवा वर्ष)/70 के तहत गणना करके किया जाता है।