कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर, वेतन में 9.1 फीसद की वृद्धि संभव, इंसेंटिव में भी बढ़ोतरी के आसार, बढ़ेगा वेतन

कर्मचारियों के वेतन में इस साल 9.1 फीसद की वृद्धि देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही उन्हें मिलने वाले इंसेंटिव में भी वृद्धि के आसार जताए जा रहे हैं।

Employees Salary Hike : कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल इस वर्ष उनके वेतन में बड़ी वृद्धि दर्ज की जा सकती है। 2023 में वरिष्ठ अधिकारियों के अवसर ने वेतन में 9 फीसद से अधिक की वृद्धि का पूर्वानुमान जताया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के वेतन में लगातार वृद्धि हो रही है और 2022 में भी इनके वेतन में बड़ी वृद्धि दर्ज की गई थी। वेतन के साथ इंसेंटिव का भी लाभ मिल रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि 2023 में उनके वेतन में 9 से 10 फीसद की वृद्धि दर्ज की जाएगी।

वरिष्ठ अधिकारी के वेतन में इस वर्ष 9 से 10 फीसद की वृद्धि संभव 

वैश्विक पेशेवर सेवा फॉर्म एऑन पीएलसी ने अपनी एक स्टडी में इसका खुलासा किया है। सर्वे के मुताबिक सीईओ जैसे वरिष्ठ अधिकारी के वेतन में इस वर्ष 9 से 10 फीसद की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। 2022 में इनके वेतन में 8.9% की वृद्धि रिकॉर्ड की गई थी। इस दौरान सीईओ के औसत वेतन 8.4 करोड रुपए दर्ज किए गए थे। हालांकि 4 सालों में इसमें 21% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं इस वर्ष इसमें और अधिक बढ़ोतरी का पूर्व अनुमान जताया गया है। जिस रफ्तार से हर साल उनके वेतन में वृद्धि हो रही है। माना जा रहा है कि इस साल 9 से 9.5 फीसद की वृद्धि तय है।

519 कंपनियों के डेटा का विश्लेषण

बता दें कि सर्वे के लिए 519 कंपनियों के डेटा का विश्लेषण किया गया है। वहीं जिन अधिकारियों के वेतन में वृद्धि और इंसेंटिव में वृद्धि के आसार बन रहे हैं, उसमें मुख्य परिचालन अधिकारी मुख्य वित्तीय अधिकारी सहित अन्य C स्तर के अधिकारी के वेतन और इंसेंटिव को शामिल किया गया है।

सी स्तर के कर्मचारियों के लिए 103 फीसद की वृद्धि दर्ज

कंपनी ने अपनी स्टडी में पाया है कि टॉप 30 कंपनियों के सीईओ के वेतन में 176% जबकि सी स्तर के कर्मचारियों के लिए 103 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं इनके लॉन्ग टर्म इंसेंटिव भी 10 करोड़ रूपए तक पहुंचे हैं।

इन दिनों बड़े अवसर पर मल्टीनेशनल कंपनी के बीच भारतीय वरिष्ठ अधिकारी 2023 में औसतन 9.1% वेतन वृद्धि का लाभ उठा सकेंगे। वहीं पे एट रिस्क के भीतर कुल मुआवजे के लिए परिवर्तनीय वेतन और दीर्घकालीन प्रोत्साहन का योगदान कुल मुआवजे का 40% पहुँच गया है। 2015 में यह 26% से अधिक था।