नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। निजी क्षेत्र में कार्यरत लाखों कर्मचारियों (private Employees) के लिए अच्छी खबर है। दरअसल इनके वेतन में सितम्बर में वृद्धि (salary hike) की जाएगी। कर्मचारियों को बोनस (bonus) के अलावा पदोन्नति (promotion) देने की भी घोषणा की गई। हालांकि यह सभी लाभ कर्मचारियों को सितंबर महीने से उपलब्ध कराए जाएंगे। जुलाई में कर्मचारियों के वेतन वृद्धि के लिए हुई घोषणा में किसी भी तरह के बदलाव की योजना तैयार नहीं की गई है।
दिग्गज सॉफ्टवेयर फॉर्म विप्रो ने कहा है कि वेतन वृद्धि में बदलाव की कोई योजना फिलहाल नहीं है। जुलाई अगस्त महीने में कर्मचारियों को पुराने वेतन के अनुसार ही वेतनका लाभ दिया जाएगा। हालांकि नए वेतन वृद्धि 1 सितंबर से प्रभावी होगी। आईटी प्रमुख ने कहा त्रैमासिक चक्र पूरा किया जा चुका है। बता दें कि इससे पहले रिपोर्ट में कहा जा रहा था कि विभाग द्वारा अप्रैल-जून तिमाही के लिए कुछ बैंड के कर्मचारियों के परिवर्तनीय भुगतान को रोका जा रहा है। जिस पर आईटी प्रमुख ने कहा कि वेतन वृद्धि पर हमारे पहले के बयान में कोई बदलाव नहीं हुए हैं लेकिन यह कर्मचारियों के लिए 1 सितंबर 2022 से प्रभावी होगी।
केंद्र सरकार का बड़ा कदम, देश विरोधी कंटेंट दिखाने पर 8 यूट्यूब चैनल पर गिरी गाज
1 जुलाई 2022 से प्रभावी तिमाही प्रगति का पहला चक्र पूरा किया जा चुका है। रिपोर्ट के दावे के अनुसार आईटी कंपनी द्वारा मार्जिन दबाव के कारण और वरिष्ठ स्तर के कर्मचारियों के लिए वेरिएबल भुगतान को रोका गया है। हालांकि इस पर आईटी प्रमुख ने किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की है। बीते दिनों विप्रो ने कहा था कि कर्मचारियों की पदोन्नति जुलाई महीने से शुरू की जाएगी। कंपनी मध्य प्रबंधन स्तर के कर्मचारी तक अपनी शीर्ष प्रदर्शन करने वाले को त्रैमासिक पदोन्नति की पेशकश करेगी।
ज्ञात हो कि विप्र द्वारा कर्मचारियों को हर तिमाही पर परिवर्तनीय वेतन उपलब्ध कराए जाते हैं। बैंड ए, बी और रेनबो में कर्मचारियों के लिए उनके योग्यता अनुसार परिवर्तनीय वेतन का भुगतान किया जाता है। हालांकि प्रवर्तनीय वेतन फॉर्म के वित्तीय मानकों पर भी निर्भर करता है। सितंबर महीने से कर्मचारियों को पदोन्नति के साथ वेतन में 10% की वृद्धि की योजना तैयार की गई है। इसके अलावा सिर्फ प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों के वेतन में 15% की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। विप्रो ने कुछ दिन पहले ही इसकी घोषणा की थी।
दरअसल इन कंपनियों से युवा तेजी से पलायन कर रहे हैं एट्रिशन दर 20% से ऊपर बनी हुई है । फाइनेंसियल ईयर 2022 की तिमाही में एड्रेस अंदर 23.8 दर्ज की गई थी। जबकि वित्त वर्ष 2022 के जून की समाप्ति तिमाही पर 19.7% युवाओं ने नौकरी छोड़ दी थी। जिसके बाद कर्मचारियों द्वारा वेतन विधि और प्रमोशन के जरिए कर्मचारियों को रोकने के लिए बीच का रास्ता निकाला गया है। इससे पहले डीसी द्वारा कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि की घोषणा की गई है। अब विप्रो ने भी ये तैयारी की है।