भारत ने अपनी रक्षा ताकत को नई ऊंचाई देने के लिए बड़ा कदम उठाया। मंगलवार को रक्षा मंत्रालय ने एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) प्रोग्राम को मंजूरी दे दी।

ये 5वीं पीढ़ी का फाइटर जेट भारत को दुनिया के टॉप रक्षा देशों की कतार में लाएगा। स्टील्थ फीचर्स और आधुनिक तकनीक से लैस ये जेट दुश्मनों के लिए खौफ बनेगा। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और निजी कंपनियां मिलकर बनाएंगी। इस प्रोजेक्ट की शुरुआती लागत 15,000 करोड़ रुपये है। 25 टन का ये ट्विन-इंजन जेट आधुनिक युद्ध की हर जरूरत को पूरा करेगा। इसमें AI-बेस्ड सिस्टम, स्टील्थ टेक्नोलॉजी और शक्तिशाली हथियार होंगे। 2025 में इसका प्रोडक्शन शुरू होगा, जो की रक्षा को और मजबूत करेगा।
स्वदेशी रक्षा को बढ़ावा , निजी कंपनियों की भूमिका
AMCA प्रोजेक्ट स्वदेशी रक्षा नीति का बड़ा हिस्सा है। इसकी मंजूरी से निजी कंपनियों को भी बोली लगाने का मौका मिलेगा, जिससे एयरोस्पेस इंडस्ट्री को नई ताकत मिलेगी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने AMCA और LCA प्रोडक्शन के लिए 10,000 एकड़ जमीन देने का प्रस्ताव रखा है। ये कदम न सिर्फ रक्षा क्षेत्र को मजबूत करेगा, बल्कि लाखों नौकरियां भी पैदा करेगा। HAL ने बेंगलुरु और नासिक में दो मैन्युफैक्चरिंग लाइन शुरू करने की योजना बनाई है।
AMCA की जरूरत क्यों?
हाल ही में 6-7 मई को भारत-पाकिस्तान के बीच हवाई टकराव में दोनों पक्षों को नुकसान हुआ। भारत ने कई पाकिस्तानी जेट्स को नष्ट करने का दावा किया। इन हालातों में AMCA जैसे स्टील्थ जेट भारत की हवाई ताकत को बढ़ाएंगे। ये जेट ड्रोन के साथ मिलकर काम करेगा और आधुनिक युद्ध में बढ़त देगा।
भविष्य की राह 5वीं से 6वीं पीढ़ी की ओर
AMCA भारत को 5वीं पीढ़ी के जेट्स बनाने वाले चुनिंदा देशों में शामिल करेगा। लेकिन दुनिया अब 6वीं पीढ़ी के जेट्स की ओर बढ़ रही है, जैसे अमेरिका का F-47। भारत ने AMCA को 2035 तक पूरी तरह तैयार करने का लक्ष्य रखा है। इस बीच, रूस ने Su-57E और अमेरिका ने F-35 की पेशकश की है। ये प्रोजेक्ट भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।