कर्मचारियों को सरकार का बड़ा तोहफा, 4800 रुपए का बोनस, आदेश जारी

Pooja Khodani
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कोलकाता, डेस्क रिपोर्ट। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुस्लिम कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  इसके तहत  हाल ही में हर मुस्लिम कर्मचारी को बोनस के तौर पर 4800 रुपये दिए जाने का आदेश दिया गया था। इस संबंध में पश्चिम बंगाल के पर्यटन विकास निगम ने आदेश भी जारी कर दिया है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

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दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल पर्यटन विकास निगम (WBTDCL) का एक आदेश तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ममता सरकार द्वारा मुस्लिम कर्मचारियों को ईद के मौके पर 4800 रुपए बोनस के तौर पर देने के निर्देश जारी किए थे।इस आदेश में दावा है कि पश्चिम बंगाल पर्यटन विकास निगम ने प्राइवेट संस्था फ्रंटलाइन एक्स सर्विसमैन ब्यूरो को आदेश दिया था कि वो संविदा पर काम करने वाले मुस्लिम कर्मचारियों को ईद से पहले 4800 रुपये का फेस्टिवल गिफ्ट दें।

पश्चिम बंगाल पर्यटन विकास निगम लिमिटेड ने सर्कुलर जारी कर ईद पर तोहफे का निर्देश दिए थे, जिसमें हर टूरिस्ट डेवलपमेंट ऑफिसर और टूरिस्ट सुपरवाइजर को ईद-उल-फितर से पहले 4800 रुपये देने के लिए कहा गया था। इस निर्देश में साफ लिखा था कि केवल मुस्लिम कर्मचारियों को ही ये तोहफे दिए जाएं। ये तोहफे ईद-उल-फितर से पहले उन्हें पहुंचा दिए जाने का भी निर्देश दिया गया था।

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यही नहीं ईद से पहले ममता सरकार ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों को बोनस देने की भी घोषणा की थी और आदेश जारी कर कहा था कि पिछले वित्त वर्ष 2021-22 के अनुसार 31 मार्च से पहले सभी सरकारी कर्मचारी जिनकी सैलरी 37 हजार रुपये से कम है उन्हें बोनस दिया जाएगा। ममता सरकार ने ये भी कहा था कि मुस्लिम कर्मचारियों को बोसन पहले मिलेगा। बाकी कर्मचारियों को दुर्गा पूजा से पहले बोनस दिया जाएगा।

 

 

 

 

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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