MP Breaking News
Fri, Dec 19, 2025

क्या इंदिरा गांधी की राजनीतिक इच्छाशक्ति थी? किरेन रिजिजू ने पत्र साझा करके राहुल गांधी को घेरा

Written by:Mini Pandey
Published:
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल के आरोपों का जवाब देते हुए 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को लिखा पत्र साझा किया।
क्या इंदिरा गांधी की राजनीतिक इच्छाशक्ति थी? किरेन रिजिजू ने पत्र साझा करके राहुल गांधी को घेरा

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद में तीखी बहस के बाद केंद्र सरकार ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया है। राहुल गांधी ने सरकार पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने की राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी का आरोप लगाया था। चार दिन तक चली भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनातनी के दौरान राहुल ने सरकार पर सेना को हाथ बांधकर मैदान में उतारने का आरोप लगाया।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल के आरोपों का जवाब देते हुए 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को लिखा पत्र साझा किया। इस पत्र में इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को भारत पर हमला रोकने के लिए मनाने की अपील की थी। रिजिजू ने एक्स पर लिखा, “क्या यह इंदिरा गांधी जी की राजनीतिक इच्छाशक्ति थी?” उन्होंने 5 दिसंबर, 1971 के पत्र का हवाला दिया जिसमें इंदिरा ने भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता के लिए कदम उठाने की बात कही थी।

राहुल गांधी ने संसद में क्या कहा 

राहुल गांधी ने संसद में दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने कुछ विमान खोए जिसका कारण सरकार की ओर से सेना पर लगाई गई पाबंदियां थीं। उन्होंने कहा, “पायलटों के हाथ बांधकर उन्हें मैदान में भेजा गया। रक्षा मंत्री ने स्वयं संसद में यह बात कही। विमान इसलिए खोए क्योंकि सरकार में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी।”

सरकार ने सेना को पूरी आजादी दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सेना को पूरी आजादी दी थी। उन्होंने कहा, “हमने सेना को खुली छूट दी थी कि कब, कहां और कैसे कार्रवाई करनी है, यह वे तय करें। हमने पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया, जिसके कारण वे आज भी बेचैन हैं।”