असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने गुरुवार को बताया कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के कथित पाकिस्तान से संबंधों की जांच को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपा जा सकता है। उन्होंने कहा कि असम पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) का कार्यकाल बढ़ाया नहीं जाएगा और इसे 10 सितंबर तक अपनी जांच पूरी करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एसआईटी का दायरा सीमित है और यह केवल दो साल पुराने फोन रिकॉर्ड तक ही पहुंच सकती है, जबकि एनआईए 2010 तक की बातचीत की जांच कर सकती है। उन्होंने बताया कि यह मामला नागरिकता से जुड़ा है, इसलिए इसे अंततः केंद्र सरकार को सौंपना होगा।
पाकिस्तानी नागरिक के खिलाफ मामला
इससे पहले, सरमा ने एक पाकिस्तानी नागरिक के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया था, जिसके गौरव गोगोई की पत्नी से कथित संबंध हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि कोलबर्न का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध हो सकता है और उन्होंने ब्रिटिश नागरिक होने के बावजूद लोकसभा चुनाव में प्रचार किया।
गौरव गोगोई ने आरोपों का किया खंडन
गौरव गोगोई ने इन सभी आरोपों का खंडन किया है। सरमा ने कहा कि एसआईटी अपनी जांच पूरी करने के बाद 10 सितंबर तक रिपोर्ट सौंपेगी, जिसे कैबिनेट के सामने रखा जाएगा। इसके बाद कैबिनेट इस मामले को एनआईए को सौंपने की सिफारिश कर सकती है। सीएम सरमा इस मामले को लेकर बीते कई महीनों से गोगोई पर निशाना साधते रहे हैं। गोगोई की ओर से इस पर पलटवार भी किया जाता रहा है।





