संसद के मानसून सत्र में इस समय ऑपरेशन सिंदूर पर तीखी बहस जारी है, लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष सरकार पर सवालों की बौछार कर रहा है हालाँकि अब तक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जवाब दे चुके हैं और आज अमित शाह लोकसभा में जवाब दे रहे हैं लेकिन विपक्ष का तीखा हमला जारी है इस बीच अमित शाह ने पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के सवालों पर पलटवार किया।
गृह मंत्री अमित शाह आज मंगलवार को लोकसभा में अपने चिर परिचित अंदाज में जवाब देते हुए दिखाई दिए , उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले के दोषियों को नेस्तनाबूत करने के सेना के शौर्य की तारीफ की वहीं पाकिस्तान को तगड़ा जवाब देने के लिए भारत सरकार की तारीफ की, उन्होंने कांग्रेस नेताओं सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा पाकिस्तान की भाषा बोलने की कड़े शब्दों में निंदा भी की।
चिदंबरम ने पूछा क्या सबूत आतंकवादी पाकिस्तान से आये?
अमित शाह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम के उस बयान पर लोकसभा में जवाब दिया जिसमें उन्होंने पूछा था कि क्या सबूत है कि आतंकवादी पाकिस्तान से आये थे ये सरकार का अनुमान है प्रमाण नहीं है, अमित शाह ने कहा कि हमारे पास एक नहीं कई सबूत हैं जो बताते हैं कि आतंकवादी पाकिस्तान से आये थे।
अमित शाह का पलटवार, किया सबूतों का खुलासा
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, मारे गए तीनों आतंकवादी पाकिस्तान के ही थे इनमें से दो के वोटर आईडी हमारे पास हैं, रायफलें हैं, इनके पास से जो चॉकलेट मिली वो भी पाकिस्तान में बनी हुई है, अमित शाह ने कहा कि जब ये कहते हैं कि आतंकवादी पाकिस्तान से नहीं आये थे इसका मतलब है देश का पूर्व गृह मंत्री पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहा है।
नेहरू के कारण भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में नहीं
गृह मंत्री ने चीन के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के पत्रों का हवाला देते हुए कहा कि आज भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नहीं है और चीन है इसके लिए जवाहरलाल नेहरू का रुख जिम्मेदार है।
अक्साई चीन देने पर अमित शाह का नेहरू पर तंज
गृह मंत्री ने कहा 1962 के युद्ध के बाद अक्साई चीन का हिस्सा चीन को दे दिया तब नेहरू ने कहा वहां घांस का एक तिनका भी नहीं ऊगता तो उस जगह का क्या करें? जिसपर सांसद महावीर प्रसाद त्यागी ने कहा आपके सिर पर भी एक बाल नहीं है वो चीन भेज दें क्या ?
नेहरू ने चीन को बताया था महान देश
अमित शाह ने जवाहर लाल नेहरू के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि अनौपचारिक रूप से अमेरिका ने ये सुझाव दिया कि चीन को संयुक्त राष्ट्र में ले लिया जाये लेकिन सुरक्षा परिषद् में नहीं उसमें भारत को लेना चाहिए, लेकिन नेहरू ने कहा हम इसे स्वीकार नहीं करते क्योंकि इससे चीन के साथ हमारे सम्बन्ध ख़राब होंगे और चीन जैसे महान देश को बुरा लगेगा।
कांग्रेस का चीनी प्रेम पीढ़ी दर पीढ़ी
अमित शाह ने कहा चीन से प्रेम पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन के साथ एमओयू कर दिया लेकिन देश को बताया नहीं उसमें क्या था, जब डोकलाम में हमारी सेना चीन की सेना के सामने आँख में आँख डालकर कड़ी थी तब राहुल गांधी चीन के राजदूत के साथ मीटिंग कर रहे थे, ये इनका चीनी प्रेम है और सवाल हमसे करते करते हैं।
आतंकवाद पर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने वालों को गृहमंत्री की ये बात जरूर सुननी चाहिए! pic.twitter.com/QEPXvEd8zU
— BJP (@BJP4India) July 29, 2025
आज चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में है और भारत नहीं है। मोदी जी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का हिस्सा बने। इसके लिए जवाहरलाल नेहरू का रुख जिम्मेदार है।
जब हमारे जवान डोकलाम में चीनी सैनिकों का सामना कर रहे थे, तब राहुल गांधी चीनी राजदूत के… pic.twitter.com/xIBgdVrjrU
— BJP (@BJP4India) July 29, 2025





