Wife was badly beaten for not cooking chicken : होली का त्योहार मतलब रंग गुलाल, धूम धड़ाका और खाना पीना। होली से कई दिन पहले ही तरह तरह के पकवान बनने शुरू हो जाते हैं और धुलेंडी वाले दिन का मेन्यू तो खास तौर पर तैयार किया जाता है। इस दिन घरों में फरमाइशों का दौर भी चलता है..किसी को मुंगोड़े खाने हैं, किसी को कचौड़ी तो किसी को दही बड़े। वहीं कई लोग नॉन वेज के भी शौकीन होते हैं और होली पर कई घरों में मुर्ग मुसल्लम की दावत भी उड़ाई जाती है। लेकिन इसी चक्कर में एक घर में खासा फसाद हो गया।
ये मामला है महाराष्ट्र के चंद्रपुर का..यहां एक युवक बाजार से चिकन लेकर आया और पत्नी से बनाने के लिए कहा। लेकिन पत्नी पहले ही पूरा खाना तैयार कर चुकी थी। उसने कहा कि अभी खाना रेडी है, इसलिच चिकन नहीं बना सकती, शाम को बना दूंगी। बस इतनी सी बात पर पति को इतना गुस्सा आ गया कि उसे बुरी तरह पीट डाला। वो आंगन में पड़ा डंडा ले आया और पत्नी पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस घटना में महिला के सिर में गंभीर घाव हुआ है और उसका एक हाथ भी फ्रेक्चर हो गया। पत्नी बुरी तरह लहूलुहान हो गई। आसपास वाले लोगों ने जब ये चीख पुकार सुनी तो पुलिस को सूचना दी और फिर पुलिस ने आकर युवक को गिरफ्तार किया है।
घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसका इलाज चल रहा है। लेकिन ये घटना एक बार फिर हमारे सामने कई सवाल खड़े करती है। ये घरेलू हिंसा का भयावह मामला है। वहीं इस बात पर भी विचार करना जरुरी है कि छोटी छोटी बातों पर इस तरह आपा खोने के पीछे आखिर क्या वजह हो सकती है। इतनी सी बात पर अपनी पत्नी पर जानलेवा हमला करने की घटना वाकई चिंताजनक है। आरोपी पति पर कानूनी कार्रवाई होगी, लेकिन इस मानसिकता पर भी चर्चा की जाना आवश्यक है। आज भी घरेलू हिंसा महिला प्रताड़ना का एक बड़ा रूप है और इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए इस तरह की मनोवृत्ति की जड़ में जाकर उसे खत्म करने की जरूरत है।