IAS Transfer: फिर हुआ प्रशासनिक फेरबदल, राज्य में 3 आईएएस अधिकारी इधर से उधर, तबादले का आदेश जारी, देखें लिस्ट 

राज्य में तीन आईएएस अधिकारियों को तबादला हुआ है। नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। आदेश जारी हो चुका है। आइए जानें किसे कहाँ भेजा गया है? 

IAS Transfer 2025: उत्तर प्रदेश में तबादले का सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने एक बार फिर प्रशासनिक फेरबदल किया है। तीन आईएएस अधिकारियों को नया कार्यभार सौंपा गया है। 15 मई गुरुवार को स्थानंतरण और नियुक्ति का आदेश जारी हो चुका है। नगर आयुक्त और संयुक्त मजिस्ट्रेट पद के प्रभार में बदलाव किया गया है।

अफसरों को तत्काल प्रभाव ने नया पदभार संभालने का निर्देश दिया गया है। आईएएस अधिकारी देवयानी को बरेली के मुख्य विकास अधिकारी पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले वह झांसी के संयुक्त मजिस्ट्रेट पद का कार्यरत थी। वहीं मथुरा के नगर आयुक्त भी बदले गए हैं।

इन अधिकारियों को मिली नई जिम्मेदारी

मथुरा नगर आयुक्त पद पर जग प्रवेश को पदस्थ किया गया है, जो पहले बरेली के मुख्य विकास अधिकारी पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। वहीं मथुरा नगर आयुक्त पद पर कार्यरत शशांक चौधरी को अपर मुख्य कार्यपालं अधिकारी, इन्वेस्ट यूपी पद पर नियुक्त किया गया है।

अप्रैल- मई में हो चुका 50  से अधिक आईएएस अफसरों का तबादला 

बता दें कि 4 मई को भी शासन द्वारा 6 आईएएस अफसरों का ट्रांसफर किया गया था। इस लिस्ट में अविनाश कृष्ण सिंह, विनोद कुमार, कृति राज, बृजराज सिंह यादव और अन्य अफसरों का नाम शामिल था। अलीगढ़ नगर आयुक्त पद पर प्रेम प्रकाश मीणा को नियुक्त किया गया था। वहीं 29 अप्रैल को संयुक्ता समददार, दिव्य प्रकाश गिरी, पूजा यादव समेत 6 अफसरों के प्रभार में बदलाव किया था। कई विभागों को नए सचिव और विशेष सचिव मिले थे। वहीं 22 अप्रैल को 33 आईएएस अफसरों का स्थानंतरण हुआ था। कई जिलों के डीएम बदले गए थे।

ये रहा नोटिस 

IAS Transfer: फिर हुआ प्रशासनिक फेरबदल, राज्य में 3 आईएएस अधिकारी इधर से उधर, तबादले का आदेश जारी, देखें लिस्ट 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News