नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देशभर में एक बार फिर से मौसम (weather update) में बदलाव की स्थिति देखने को मिल सकती है। IMD ने 12 से अधिक राज्यों में बारिश (rainfall) बूंदाबांदी और बर्फबारी (snowfall) की आशंका जताई है। इसके लिए अलर्ट (IMD Alert) जारी कर दिया गया है। इस सप्ताह के अंत में तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, आंध्र प्रदेश और यनम में काफी व्यापक / मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा आज सुबह जारी एक अपडेट के अनुसार, गुरुवार तक दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक दुर्लभ निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में होगा।
वही IMD के बारे में पश्चिमी विक्षोभ के चलते 2 और 3 मार्च को पंजाब हरियाणा राजस्थान और दिल्ली के कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ हल्की बूंदा बादी देखी जा सकती है। इसके अलावा आईएमडी ने दक्षिणी पश्चिमी राजस्थान बनने वाले एक एक्टिव सिस्टम की वजह से बीकानेर, गंगानगर, नागौर, सीकर सहित जैसलमेर में दोपहर के बाद बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आज हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
IMD की माने तो राजधानी दिल्ली में आज पूरे दिन बादल छाए रहेंगे। वहीं कुछ हिस्से में बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। इसके अलावा दक्षिणी राज्य में आज भारी बारिश की संभावना जताई गई है। अभी 48 घंटे में अंडमान निकोबार दीप समूह के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा कर्नाटक तमिलनाडु और केरल में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई गई। शिमला में आज न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया जाएगा। आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। उत्तराखंड के देहरादून में भी न्यूनतम तापमान में कमी देखी जाएगी। वहां भी बर्फबारी की संभावना जताई गई है। जम्मू और लेह में भी माइनस 19 डिग्री सेल्सियस तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार जताए गए है।
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दो पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों को प्रभावित करेंगे
उत्तर पश्चिम भारत के प्रमुख क्षेत्रों के लिए मौसम पूर्वानुमान ने अनुमान लगाया कि दो पश्चिमी विक्षोभ 28 फरवरी से 4 मार्च तक क्षेत्र के कई हिस्सों को प्रभावित करेंगे। अगले 24 घंटों के भीतर बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल-सिक्किम और उत्तरी छत्तीसगढ़ में अलग-अलग हल्की / मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा है कि अगले दो दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में काफी व्यापक वर्षा हुई। अगले 24 घंटों में अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम असम और मेघालय और त्रिपुरा में अलग-अलग गरज और बिजली गिर सकती है।
वेदरमैन के अनुसार मलक्का जलडमरूमध्य और दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तरों में एक चक्रवाती सर्कुलेशन मौजूद है, और इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की बहुत संभावना है। इसके प्रभाव के परिणामस्वरूप अगले 48 घंटों में दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की उम्मीद है। अगले 48 घंटों के दौरान इसके श्रीलंकाई तट की ओर आगे बढ़ने की संभावना है।
दक्षिण कोरिया के बुसान में APEC जलवायु केंद्र ने पहले ही इस साल भारत के लिए सामान्य से अधिक प्री-मानसून सीजन (मार्च से मई) की भविष्यवाणी की है। संयुक्त राज्य अमेरिका में पर्यावरण पूर्वानुमान के लिए राष्ट्रीय केंद्रों के अनुसार, विकासशील गीला मौसम 7 मार्च (अगले सोमवार) तक चलेगा और अगले सप्ताह तक कम तीव्रता के साथ जारी रहेगा।
इस बीच उत्तर-पश्चिम भारत में बहुत अधिक मौसम सिस्टम एक्टिव चल रहा है, एक पश्चिमी विक्षोभ बठिंडा और पंजाब के आसपास के क्षेत्र के ऊपर से गुजर रहा है। जिससे बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और छत्तीसगढ़ में शुक्रवार तक हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ छींटे और बिजली चमकने की संभावना है।