Pensioners Life Certificate : हिमाचल प्रदेश के लाखों पेंशनरों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। कोष नियमावली एवं वित्त विभाग द्वारा जारी अनुदेशों के तहत राज्य के सभी पेंशनधारक वर्ष 2025-26 के लिए अपना जीवन प्रमाण-पत्र आवश्यक दस्तावेजों समेत 1 जुलाई से 30 सितम्बर 2025 के बीच अनिवार्य रूप से जमा करवा सकते है।
पेंशनभोगी यदि ऑनलाइन डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र के माध्यम से बायोमिट्रिक सत्यापन करवाते हैं, तो उन्हें भविष्य में कोषगार कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं होगी। जीवन प्रमाण पोर्टल पर किया गया बायोमिट्रिक सत्यापन एक वर्ष तक वैध रहेगा।सभी पेंशनभोगियों से आग्रह किया है कि वह समय सीमा के भीतर अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाना सुनिश्चित करें ताकि पेंशन वितरण प्रक्रिया को निर्बाध बनाए रखा जा सके।
कैसे जमा करवाएं जीवन प्रमाण पत्र
- जीवन प्रमाण पत्र विभाग की वेबसाइट http:Himkosh.hp.nic.in से डाउनलोड किया जा सकता है, जिसे भरकर संबंधित पटवारी, पंचायत सचिव, बैंक मैनेजर तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के किसी भी राजपत्रित अधिकारी से सत्यापित करवा कर किसी भी कोषगार कार्यालय में जमा करवाया जा सकता है।
- पेंशनभोगी राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआइसीद्ध कोषगार या सामान्य सेवा केंद्र (CSC) में उपलब्ध बायोमिट्रिक उपकरण के माध्यम से जीवन प्रमाण पोर्टल www.jeevanpramaan.gov.in पर बायोमिट्रिक सत्यापन करवा कर भी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। आधार संख्या पर आधारित डिजिटल प्रमाण पत्र कोष कार्यालय द्वारा एक वैध दस्तावेज के रूप में स्वीकार किया जाएगा।
- जिन पेंशनभोगियों ने पहले ही कोषागार में अपनी आधार संख्या पंजीकृत करवा रखी है, वह किसी भी स्थान से बायोमिट्रिक यंत्र के माध्यम से जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं, और उन्हें अलग से कोषगार में दस्तावेज जमा करवाने की आवश्यकता नहीं होगी।
छग में भी जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की तिथि सितंबर 2025
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सभी पेंशनधारकों के लिए वर्ष 2025 के लिए जीवन प्रमाण पत्रजमा करवाने की प्रक्रिया 1 जुलाई 2025 से शुरू होगी। पेंशन की निर्बाध प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए पेंशनधारकों को आवश्यकतानुसार किसी अधिकृत अधिकारी से जीवन प्रमाणपत्र सत्यापित करवाकर संबंधित कोष कार्यालय या अधीनस्थ उप-कोष कार्यालय में कार्य दिवसों के दौरान प्रस्तुत करना होगा। यदि कोई पेंशनधारक निर्धारित समय में यह प्रक्रिया पूरी नहीं करता है, तो उसकी पेंशन रुक सकती है।
जीवन प्रमाण पत्र क्यों है जरूरी
गौरतलब है कि जीवन प्रमाण पत्र पेंशनभोगियों के लिए एक बायोमेट्रिक सक्षम डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र है। यह केंद्र सरकार, राज्य सरकार और अन्य शासकीय संस्थान के रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इससे पता चलता है कि पेंशन पाने वाला व्यक्ति जीवित है या नही। साल के अंतिम महीनो में खासकर पेंशनर्स को लाइफ सर्टिफिकेट को जमा करना होता है, क्योंकि पेंशनधारकों की ओर से जमा किया जाने वाला लाइफ सर्टिफिकेट एक साल के लिए वैलिड होता है।





