प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिजी के प्रधानमंत्री सितिवेनी लिगममदा रबुका के साथ नई दिल्ली में व्यापक चर्चा की, जिसमें दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों, विशेष रूप से रक्षा और व्यापार को मजबूत करने पर जोर दिया गया। रबुका तीन दिन की यात्रा पर रविवार को दिल्ली पहुंचे जो उनकी फिजी के प्रधानमंत्री के रूप में पहली भारत यात्रा है। दोनों नेताओं ने सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिनमें विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने की योजना शामिल है।
भारत और फिजी के बीच 1879 से सांस्कृतिक और जन-जन के संबंध मजबूत रहे हैं जब ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीय मजदूरों को फिजी ले जाया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश भले ही समुद्रों से अलग हों लेकिन उनकी आकांक्षाएं एक ही दिशा में हैं। उन्होंने फिजी को समुद्री सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण और उपकरण सहायता प्रदान करने का वादा किया ताकि प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक सहयोग को बढ़ाया जा सके।
भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रतिबद्धता
दोनों देशों ने एक मुक्त, समावेशी, सुरक्षित और समृद्ध भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन को फिजी के लिए एक बड़ा खतरा बताया और आपदा प्रबंधन में सहायता का आश्वासन दिया। इसके अलावा, भारत ने ग्लोबल साउथ के विकास में साझेदारी और स्वतंत्रता, विचारों और पहचान के सम्मान पर जोर दिया।
प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक महत्व
यह मुलाकात भारत के लिए प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक महत्व रखती है, खासकर चीन की बढ़ती रणनीतिक गतिविधियों के मद्देनजर। दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की है। यह कदम भारत-फिजी संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण है।





