सुरक्षा की दृष्टि से भारत हुआ और शक्तिशाली, सतह से हवा में लक्ष्य को भेदने में मिली कामयाबी

Published on -

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। डीआरडीओ ने बुधवार को ओडिशा तट से दो और मिसाइलों का परिक्षण किया जोकि सतह से हवा में मार करेंगी। यह जानकारी DRDO ने दिया। यह भारतीय सेना की प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है। जिसका परीक्षण डीआरडीओ ने सुबह 10 बजकर 14 मिनट और 11 बजकर 3 मिनट पर किया। मिसाइलों ने हवाई लक्ष्यों को आसानी से भेद लिया। इस मिसाइल को विभिन्न एंगल से छोड़कर जांच की गयी है। एमआरएसएएम मिसाइलों का परिक्षण चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज लॉन्च पैड-3 से किया गया।

यह भी पढ़ें – भारत में सबसे ज्यादा किस सेलिब्रिटी की ब्रांड वैल्यू है, जाने सबसे आखरी में कौन है?

मिसाइलों का परिक्षण करने से पहले 800 परिवार के 10 हज़ार लोगों को सुबह ही शिविर में लाया गया। परिक्षण क्षेत्र के 2 किलोमीटर के दायरे में था यह परिवार। इसलिए प्रशासन इनको पहले शिविर में लाये उसके बाद परिक्षण का आदेश दिया। लोगों को खाने के साथ मुआवज़े की भी व्यवस्था की गयी थी।

यह भी पढ़ें – Jabalpur News: दोपहर को स्कूल गई बच्ची हुई लापता, पुलिस की तफ्तीश जारी

इस मिसाइल सिस्टम को डीआरडीएल हैदराबाद और डीआरडीओ ने संयुक्त रूप से इजराइल के सहयोग से विकसित किया है। इसके पहले माध्यम सतह में वार करने वाले मिसाइल का भी सफल परिक्षण बालसोर के तट से सफलतापूर्वक पिछले हफ्ते किया गया था। भारत ने इस महीने 4 मिसाइलों का सफलता पूर्वक परिक्षण कर लिया है।


About Author

Ram Govind Kabiriya

Other Latest News