भारतीय रेलवे (Indian Railways) विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, जिसका इतिहास काफी रोचक रहा है। भारत में एक दिन में लगभग 1300 से भी अधिक ट्रेनें संचालित की जाती हैं। यह एक ऐसा माध्यम है, जिसमें अमूमन हर आम आदमी सफर करता है। शुरुआती दिनों में इसे केवल माल ढोने के लिए संचालित किया गया था, लेकिन धीरे-धीरे इसका विस्तार किया गया और यह यात्रियों के लिए आरामदायक व किफायती माध्यम बन गया। इसमें हर वर्ग के लोग सफर करते हैं। देश के मुख्य साधनों में से एक माना जाने वाला ट्रेन छोटे रूट से लेकर लॉन्ग रूट में ट्रैवल करने के लिए बहुत ही अच्छा है। ट्रेन की टिकट हर आदमी के लेकर पार्टी होता है, इसलिए हर व्यक्ति की पहली पसंद ट्रेन ही है। लंबी यात्रा के लिए लोग अक्सर भारत में ट्रेन को ही चुनते हैं।
दूरी और क्षेत्रफल के साथ ही लोगों की आबादी के अनुसार रेलवे प्लेटफॉर्म्स बनाए गए हैं। कुछ रेलवे प्लेटफार्म बड़े स्तर पर होते हैं, तो कुछ छोटे होते हैं, जहां चुनिंदा गाड़ियां ही रुकती है। आज हम आपको उस रेलवे प्लेटफॉर्म के बारे में बताएंगे, जो दुनिया का सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म है।

श्री सिद्धारूढ़ा स्वामी जी हुबली रेलवे स्टेशन (Shri Siddharoodha Swamiji Railway Station Hubballi)
दरअसल, यह दक्षिण-पश्चिम जोन में स्थित है। जिसका नाम श्री सिद्धारूढ़ा स्वामी जी हुबली रेलवे स्टेशन है। यह पूरी दुनिया का सबसे लंबा रेलवे स्टेशन है। इसे 20.1 करोड़ से भी अधिक की लागत से तैयार किया गया है। इसकी लंबाई करीब डेढ़ किलोमीटर है, जो किसी भी सामान्य स्टेशन से दोगुनी है। जिसका उद्धाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2023 में किया था। इसका नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हो चुका है।
पहले गोरखपुर के नाम था यह टाइटल
इससे पहले उत्तर प्रदेश में स्थित गोरखपुर रेलवे स्टेशन विश्व का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म था, लेकिन श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन बन जाने के बाद यह इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर चला गया है। बता दें कि यहां से अमूमन सभी स्थानों के लिए ट्रेनें मिलती हैं, जहां से रोजाना हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं।
नियमों में किए जाते हैं बदलाव
वहीं, यात्रियों की सुविधा को देखते हुए भारतीय रेलवे द्वारा आए दिन नियमों में तरह-तरह के बदलाव किए जाते हैं, जिससे उन्हें कम खर्चे में अच्छी सुविधा मिल सके। आजकल लोगों को खाना लेकर जाने की समस्या नहीं होती, क्योंकि यह सारी सुविधा ट्रेन में उपलब्ध करा दी जाती है। हालांकि, धरातल पर अभी भी कुछ रेलवे प्लेटफॉर्म्स ऐसे हैं, जिनका रिनोवेशन नहीं हुआ है और वह पुराने ही है। कुछ रेलवे स्टेशन ऐसे हैं, जिन्हें आधुनिक सुविधाओं से लैस कर दिया गया है।