Indian Railways : भारतीय रेल दुनिया भर में सबसे बड़े रेलवे नेटवर्कों में से एक है। भारतीय रेल के अनुसार, लगभग 14 लाख करोड़ रुपये की मूल्य के सामान वस्तुएं और 23 करोड़ यात्रियों को रोजगार, वित्त और आर्थिक विकास के लिए संभाला जाता है। भारतीय रेल का संचालन भारत सरकार के द्वारा किया जाता है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। भारतीय रेल को विश्व स्तर पर मान्यता भी मिली हुई है। वर्ष 2019 में, भारतीय रेल को विश्व स्तर पर सबसे बड़े सार्वजनिक रेलवे के रूप में मान्यता दी गई थी, जो अपने आयोजन, ऑपरेशन और तकनीकी क्षमताओं के लिए जाना जाता है। हमारे देश में रोजाना लाखों लोग ट्रेन में सफर करते हैं लेकिन क्या आपको ये जानने की इच्छी हुई कि आखिर ट्रेन नाम कहां से आया, कैसे रखा गया? नहीं, तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको इसका फुलफॉर्म बताएंगे…
Train का फुलफॉर्म Tourist Railway Association Inc होता है। जिसके बारे में 99 प्रतिशत लोगों को जानकारी नहीं होगी लेकिन यह जबाव आपको जरुर चौका देने वाला होगा। इसी तरह से रेल टिकट में भी कुछ ऐसे Shortcut लिखें होते हैं जिसके बारे में जैसे WL, RSWL, PQWL, GNWL। तो चलिए आपको बताते हैं इन सबके फुल फॉर्म
WL का फुल फॉर्म “Waitlist” होता है, जो इसका मतलब होता है कि आपकी सीट अभी तक कंफर्म नहीं हुई है और आप वेटिंग लिस्ट में हैं।
RSWL का फुल फॉर्म “Roadside Station Waitlist” होता है, जो उस स्थिति को दर्शाता है जब किसी यात्री को रोड साइड स्टेशन तक की यात्रा के लिए बुक किया जाता है। इसमें कंफर्म टिकट की संभावना काफी कम होती है।
PQWL का फुल फॉर्म “Pooled Quota Waitlist” होता है, जो उस स्थिति को दर्शाता है जब किसी यात्री के लिए पूल्ड कोटा से सीट बुक की जाती है और उस समय यदि सीट उपलब्ध नहीं होती है तो वह PQWL में चली जाती है।
GNWL का फुल फॉर्म “General Waitlist” होता है, जो उस स्थिति को दर्शाता है जब किसी यात्री के लिए सामान्य कोटा से सीट बुक की जाती है और उस समय यदि सीट उपलब्ध नहीं होती है तो वह GNWL में चली जाती है।
भारतीय रेल को देश की धड़कन भी कहा जाता है। यह भारत के सबसे बड़े और सबसे आवश्यक आर्थिक व्यवस्थाओं में से एक है और देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। भारतीय रेल ने देश में सामान्य लोगों के लिए सफर को आसान और सुविधाजनक बनाया है और देश की विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ता है। इसके अलावा, भारतीय रेल देश के लिए रोजगार के स्रोत के रूप में भी महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, भारतीय रेल देश में रोजगार के स्रोत के रूप में भी बहुत महत्वपूर्ण है। आज भारतीय रेल लाखों लोगों को रोजगार और उनके लक्ष्यों तक पहुंचाती है जिससे देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने में मदद मिलती है।
रेलवे का इतिहास
रेलवे का इतिहास बहुत पुराना है। पहली बार रेलवे इंजन को संचालित किया गया था 1804 में, जब रिचार्ड ट्रेविथिक नामक इंजीन को इग्लैंड में चलाया गया था। इसके बाद, विभिन्न देशों में रेलवे नेटवर्क के निर्माण की शुरुआत हुई। भारत में रेलवे नेटवर्क का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ था। पहली बार भारत में रेल सेवाएं 1853 में मुंबई और ठाणे के बीच शुरू हुईं। उसके बाद से, भारत में रेलवे नेटवर्क तेजी से बढ़ा और देश के अलग-अलग हिस्सों में जुड़ा। आज, भारतीय रेलवे दुनिया की सबसे बड़ी रेलवे नेटवर्कों में से एक है जो 67,000 किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है और जिसमें 7,000 से अधिक स्टेशन हैं। रेलवे का उद्देश्य शायद सबसे पहले सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए था। इसके बाद, अब यह यात्रियों और माल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाता है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। MP Breaking News इनकी पुष्टि नहीं करता है।)
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Sanjucta Pandit
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