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Fri, Dec 19, 2025

भारत को जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए: शशि थरूर ने ट्रम्प के 50% टैरिफ पर दी प्रतिक्रिया

Written by:Mini Pandey
Published:
भारत को करनी चाहिए जवाबी कार्रवाई, ट्रंप की ओर से भारत पर 50% टैरिफ लगाने पर भड़के शशि थरूर
भारत को जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए: शशि थरूर ने ट्रम्प के 50% टैरिफ पर दी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि यदि वाशिंगटन के साथ बातचीत विफल रहती है, तो भारत को अमेरिकी आयात पर समान 50% टैरिफ लगाकर जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए। थरूर ने बताया कि भारत वर्तमान में अमेरिकी आयात पर 17% टैरिफ लगाता है, और इसे बढ़ाकर 50% करना चाहिए। उन्होंने अमेरिका के इस कदम को अनुचित बताते हुए कहा कि यह भारत के 90 अरब डॉलर के निर्यात को प्रभावित करेगा।

थरूर ने अमेरिका की दोहरी नीति पर सवाल उठाए, खासकर रूस से तेल खरीदने के मुद्दे पर। उन्होंने कहा कि चीन, जो भारत से दोगुना रूसी तेल आयात करता है, को 90 दिन की छूट दी गई, जबकि भारत को केवल 21 दिन का समय दिया गया। थरूर ने इसे भेदभावपूर्ण बताते हुए कहा कि भारत को अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए सस्ता रूसी तेल खरीदने का हक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत को अपनी राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए अन्य व्यापारिक साझेदारों की ओर रुख करना चाहिए।

50% टैरिफ के कारण भारतीय सामान

उन्होंने चेतावनी दी कि 50% टैरिफ के कारण भारतीय सामान अमेरिकी बाजार में वियतनाम, इंडोनेशिया और पाकिस्तान जैसे देशों की तुलना में कम प्रतिस्पर्धी हो जाएंगे, जिन पर कम टैरिफ लागू हैं। थरूर ने सुझाव दिया कि भारत को यूके और यूरोपीय संघ जैसे अन्य बाजारों के साथ व्यापार बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए, जहां हाल ही में यूके के साथ मुक्त व्यापार समझौता हुआ है। उन्होंने कहा कि यह टैरिफ भारत के निर्यात, छोटे व्यवसायों और रोजगार के लिए बड़ा झटका है।

अनुचित और अन्यायपूर्ण

थरूर ने यह भी कहा कि भारत को ट्रम्प की नीतियों के सामने झुकना नहीं चाहिए, बल्कि रणनीतिक स्वायत्तता बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत को तीन सप्ताह तक करना चाहिए, और यदि कोई समाधान नहीं निकलता, तो जवाबी टैरिफ लागू करने चाहिए। विदेश मंत्रालय ने भी अमेरिका के इस कदम को “अनुचित और अन्यायपूर्ण” करार देते हुए राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने की बात कही है।