कुछ दिन पहले चीन के शंघाई एयरपोर्ट पर भारतीय महिला को परेशान करने का मामला सामने आया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुआ था। वह महिला अरुणाचल प्रदेश की निवासी थी। इस घटना के बाद ये राजनीतिक मुद्दा बन चुका था। विपक्ष ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके साथ ही चीन के विदेश मंत्रालय ने भी बयान दिया था जिसमें उन्होंने इस घटना को खारिज किया था। हालांकि अब भारत के विदेश मंत्रालय ने कुछ जवाब दिए हैं।
चीन को अंतरराष्ट्रीय हवाई नियमों का पालन करना चाहिए-MEA
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि चीन को अंतरराष्ट्रीय हवाई नियमों का पालन करना चाहिए, ऐसा हम मानते है। विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को भी सलाह देते कहा कि वे चीन की यात्रा करते समय या वहां से गुजरते समय उचित सावधानी बरतें।
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि कुछ दिन पूर्व शंघाई एयरपोर्ट पर जो घटना हुई इस सिलसिले में हम अपेक्षा करते हैं कि चीनी प्राधिकारी इस बात का आश्वासन प्रदान करें कि चीनी हवाई अड्डों से गुजरने वाले किसी भी भारतीय नागरिक को विशेष रूप से निशाना नहीं बनाया जाएगा। न ही मनमाने ढंग से उन्हें रोका या परेशान किया जाएगा और चीनी पक्ष अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा को नियंत्रित करने वाले नियमों का पालन करेंगे।
अरुणाचल प्रदेश को लेकर विदेश मंत्रालय का बयान
रणधीर जायसवाल अरुणाचल प्रदेश का भी जिक्र करते हुए जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा से कहा है कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अंग था और हमेशा रहेगा। चीन अरुणाचल प्रदेश की कई जगहों के नाम बदलकर भी अपना बताते रहा है। संभवत यहीं वजह है कि अरुणाचल प्रदेश की महिला को चीन ने हिरासत में लिया था और उनके साथ दुर्व्यवहार किया था।





