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Sun, Dec 7, 2025

Indigo Crisis : 650 उड़ानें रद्द होने से यात्री आज भी हुए परेशान, एयरलाइन का दावा, 95% नेटवर्क हुआ बहाल, पढ़ें ख़बर

Written by:Banshika Sharma
देशभर में इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों पर संकट जारी है, जिसके चलते रविवार को 650 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। हालांकि, एयरलाइन ने दावा किया है कि दक्षिण और पश्चिम भारत में संचालन सामान्य हो गया है और अधिकांश गंतव्यों पर सेवा बहाल कर दी गई है।
Indigo Crisis : 650 उड़ानें रद्द होने से यात्री आज भी हुए परेशान,  एयरलाइन का दावा, 95% नेटवर्क हुआ बहाल, पढ़ें ख़बर

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का संचालन संकट रविवार को भी जारी रहा। एयरलाइन अपने नेटवर्क को पटरी पर लाने के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन यात्रियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रविवार को देशभर में इंडिगो की करीब 650 उड़ानें रद्द रहीं। हालांकि, कंपनी की ओर से दावा किया गया है कि स्थिति में सुधार हो रहा है और अब तक 95 प्रतिशत नेटवर्क बहाल कर दिया गया है।

एयरलाइन ने जानकारी दी है कि उसके कुल 138 गंतव्यों में से 135 पर परिचालन सामान्य हो चुका है। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। कई रूटों पर फ्लाइट्स में देरी और रद्दीकरण के चलते एयरपोर्ट्स पर अफरातफरी का माहौल रहा।

लखनऊ सबसे ज्यादा प्रभावित, दिल्ली में भी असर

रविवार को उड़ान संकट का सबसे ज्यादा असर लखनऊ एयरपोर्ट पर देखने को मिला। यहाँ कुल 41 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिससे यात्रियों की भीड़ जमा हो गई और उन्हें जानकारी के लिए काउंटरों के चक्कर लगाने पड़े। दिल्ली से लखनऊ और लखनऊ से अन्य शहरों के लिए आने-जाने वाली फ्लाइट्स सबसे ज्यादा प्रभावित रहीं।

राजधानी दिल्ली के कुछ स्लॉट्स पर भी इसका असर दिखा। दिल्ली से मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे प्रमुख रूटों पर देरी और रद्दीकरण दोनों दर्ज किए गए। सुबह और शाम के समय कई उड़ानों के समय में बदलाव किया गया, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई।

दक्षिण और पश्चिम भारत में स्थिति सामान्य

राहत की बात यह रही कि दक्षिण और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में एयरलाइन का संचालन काफी हद तक सामान्य रहा। बेंगलुरु से चेन्नई, हैदराबाद से चेन्नई और बेंगलुरु से हैदराबाद जैसे रूटों पर उड़ानें लगभग अपने तय समय पर चलीं। इन मार्गों पर रद्दीकरण की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई। इसी तरह, पश्चिम भारत में मुंबई से पुणे और मुंबई से गोवा रूट भी स्थिर रहे और यहाँ देरी की घटनाएं कम दर्ज की गईं।

यात्रियों को रिफंड और मंत्रालय के निर्देश

संकट के बीच एयरलाइन प्रभावित यात्रियों को रिफंड और री-शेड्यूलिंग की सुविधा दे रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए लंबित रिफंड को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि एयरलाइन यात्रियों से किसी भी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क न ले और उन्हें उड़ानों की स्थिति के बारे में पहले से पूरी जानकारी उपलब्ध कराए।

डीजीसीए (DGCA) ने भी एयरलाइन से संचालन में आई बाधाओं पर विस्तृत जवाब मांगा है। वहीं, एयरलाइन ने कहा है कि वह अगले कुछ दिनों में सभी सेवाओं को पूरी तरह सामान्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। किराए पर लगाए गए कैप का पालन अनिवार्य कर दिया गया है ताकि यात्रियों से मनमाना किराया न वसूला जा सके।

संकट की वजह: नए पायलट नियम

इंडिगो के इस मौजूदा संकट की मुख्य वजह डीजीसीए के नए पायलट ड्यूटी और रेस्ट नियम (FDTL) माने जा रहे हैं। इन नए नियमों के तहत पायलटों के लिए विश्राम की अवधि बढ़ा दी गई है और रात की उड़ानों पर पाबंदियां लगाई गई हैं। इंडिगो के पास इन बदलावों से निपटने के लिए पर्याप्त बैकअप क्रू उपलब्ध नहीं था, जिसके चलते पायलटों की कमी हो गई और बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इसी वजह से फ्लाइट शेड्यूल लगातार बिगड़ता चला गया।