IRCTC दे रहा थाईलैंड घूमने के सपने को पूरा करने का मौका, यहाँ देखिये पूरी टूर डिटेल

Atul Saxena
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IRCTC Thailand Tour : बहुत से लोग होते हैं जिन्हें  विदेश घूमना पसंद हैं उनकी पसंद से शामिल होता है थाईलैंड लेकिन किसी कारण से उनक ये सपना अधूरा रह जाता है लेकिन उन्हें निराश होने की जरुरत नहीं है , आईआरसीटीसी ऐसे ही पर्यटकों के लिए थाईलैंड का स्पेशल टूर लेकर आया है।

28 अक्टूबर को मुंबई से उड़ान भरेगा हवाई जहाज 

IRCTC ने अक्टूबर के अंत में थाईलैंड टूर का प्रोग्राम बनाया है, यात्रियों को लेकर स्पेशल हवाई जहाज 28 अक्टूबर को मुंबई एयरपोर्ट से उड़ान भरेगा, विमान में यात्रियों की संख्या 35 निर्धारित है यात्रियों की कम्फर्ट क्लास में यात्रा कराई जाएगी यदि आप इस टूर का हिस्सा बनना चाहते हैं तो अभी से अपनी सीट रिजर्व करवा लीजिये।

इतना देना होगा प्रति व्यक्ति किराया 

टूर के बारे में उपलब्ध जानकारी के मुताबिक ये 4 रात 5 दिन का टूर है इसमें पर्यटक बैंकाक और पटाया घूम सकेंगे,  किराये की बात की जाये तो 58,900/- प्रति व्यक्ति (तीन वयस्कों के लिए)  निर्धारित किया गया है, दो व्यक्तियों के लिए भी इतना ही  किराया लगेगा लेकिन यदि सिंगल व्यक्ति टूर पर जायेगा तो उसे 67,300/- रुपये का टिकट लेना पड़ेगा, बच्चों का टिकट अलग से लगेगा।

थाईलैंड को स्याम नाम से भी जाना जाता है 

थाईलैण्ड दक्षिण पूर्वी एशिया में एक देश है जिसका प्राचीन भारतीय नाम स्याम देश  है। इसकी पूर्वी सीमा पर लाओस और कम्बोडिया, दक्षिणी सीमा पर मलेशिया और पश्चिमी सीमा पर म्यानमार है।  आपको बता दें कि 11 मई, 1949 तक ‘स्याम’ ही थाईलैण्ड का अधिकृत नाम था। कुछ लोग विशेष रूप से यहाँ बसने वाले चीनी लोग, थाईलैंड को आज भी स्याम नाम से बुलाना पसन्द करते हैं। थाईलैण्ड की राजधानी बैंकाक है।

हिंदू धर्म का प्रभाव है थाईलैंड में, राजा को राम कहा जाता है

खास बात ये है कि थाईलैंड के राज परिवार पर सदियों से हिंदू धर्म का गहरा प्रभाव रहा है। माना यह भी जाता है कि थाईलैंड के राजा भगवान विष्णु के अवतार हैं। इसी भावना का सम्मान करते हुए थाईलैंड का राष्ट्रीय प्रतीक गरुड़ है। थाईलैंड में राजा को राम कहा जाता है। राज परिवार अयोध्या नामक शहर में रहता है। ये स्थान बैंकॉक से करीब 50-60 किलोमीटर दूर है। यहां पर बौद्ध मंदिरों की भी भरमार है जिनमें भगवान बुद्ध की विभिन्न मुद्राओं में मूर्तियां स्थापित हैं। थाईलैंड में 94 प्रतिशत आबादी बौद्ध धर्म को मानने वालों की है फिर भी थाईलैंड के लोग अपने राजा को राम का वंशज मानते हैं,  विष्णु का अवतार मानते हैं।

 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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