Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजा धीरे-धीरे साफ होते हुए दिखाई दे रहे हैं। अब तक जो रुझान आ रहे हैं ,उसमें बीजेपी गठबंधन की आंधी देखने को मिल रही है। 23 नवंबर की सुबह 8 बजे से वोटो की गिनती जारी है। 288 सीटों पर मतदान हुआ है, जिसमें से 220 से ज्यादा पर बीजेपी अपनी बढ़त बनाए हुए है। इसी बीच देवेंद्र फडणवीस का नाम लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। यह अंदाजा भी लगाया जा रहा है कि वह महाराष्ट्र के अगले सीएम बन सकते हैं।
साल 2019 के चुनाव में जब सीएम पद की बात आई थी। तब देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम के पद से संतुष्टि करनी पड़ी थी लेकिन अब वह महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का चमकता हुआ चेहरा बनकर सामने आए हैं। पार्टी को जो प्रचंड जीत मिल रही है उसमें उनकी अहम भूमिका देखने को मिल रही है।
देवेंद्र फडणवीस बनेंगे CM? (Devendra Fadnavis)
जो चुनावी आंकड़े सामने आ रहे हैं, उसके मुताबिक यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार मुख्यमंत्री पद की कुर्सी देवेंद्र फडणवीस को मिल सकती है। मतगणना की अपडेट पर जाएं तो भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है, तो सीएम पद का चेहरा भी उसी का होने की उम्मीद जताई जा रही है। सीधे तौर पर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आ रही है लेकिन कयास देवेंद्र के नाम के ही लगाए जा रहे हैं। बीजेपी की जीत पर खुद देवेंद्र फडणवीस को भी बात करते हुए देखा गया। उन्होंने कहा कि “हमें उम्मीद नहीं थी और जो हो रहा है वह हमारी उम्मीद से परे है। तीनों पार्टियां बैठकर आगे की रणनीति पर विचार विमर्श करेंगी।” उन्होंने यह भी कहा है कि “प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, पार्टी कार्यालय पर भी जाएंगे। महाराष्ट्र का अगला सीएम कौन बन सकता है इस बात पर उन्होंने फैसला तीनों पार्टियों के द्वारा होने की बात कही है।”
क्या वापस लौट रहा समंदर?
साल 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के जो नतीजे सामने आए थे। उसके बाद भाजपा मुंह देखते रह गई थी और देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम के पद से संतोष करना पड़ा था। इस दौरान उन्हें एक लाइन बोलते हुए देखा गया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि “मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना, मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा।” 2019 में कही गई भाजपा नेता की यह लाइन अब कहीं ना कहीं लोगों को याद आ रही है क्योंकि चुनावी नतीजे के आंकड़े यही कह रहे हैं कि समंदर वापस लौट रहा है।
2019 में क्या हुआ था
साल 2019 में जब विधानसभा चुनाव हुए थे तब बीजेपी ने 105 सीट जीती थी। शिवसेना के हिस्से में 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीट मिली थी। उस समय भाजपा और शिवसेना ने एक साथ चुनाव लड़ा था और एनसीपी और कांग्रेस एक साथ चुनावी मैदान में उतरे थे। बहुमत शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को मिला था लेकिन सीएम के चेहरे को लेकर दोनों अलग हो गए और शिवसेना, कांग्रेस ने एनसीपी के समर्थन से सरकार बनाई।
फडणवीस का राजनीतिक करियर
देवेंद्र फडणवीस के राजनीतिक करियर की बात करें तो वह फिलहाल महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं। इसके अलावा राज्य के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और महाराष्ट्र विधानसभा में नागपुर दक्षिण पश्चिम से विधायक हैं। राजनीतिक विरासत उन्हें अपने पिता से ही मिल गई थी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई। 1999 में उन्होंने नागपुर से अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा। 27 साल की उम्र में वह नागपुर के सबसे युवा मेयर बने। 2014 से 2019 तक उन्होंने महाराष्ट्र के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला। इस समय वह 44 वर्ष की आयु में राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने थे। कम उम्र में ही उन्होंने संघ का हाथ पकड़ लिया था और फिलहाल वह राज्य में भाजपा की सबसे बड़े चेहरे में से एक है। देवेंद्र ने अपना ग्रेजुएशन लॉ में किया है और बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है।