आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की नई सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति है और उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई की जा रही है। नेल्लोर दौरे के दौरान उन्होंने सरकार पर पुलिस और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर वाईएसआरसीपी नेताओं पर झूठे मामले दर्ज करने का आरोप लगाया।
जगन ने नेल्लोर में भारी पुलिस तैनाती और सार्वजनिक सभाओं पर पाबंदियों की निंदा की। उन्होंने दावा किया कि सड़कें खोद दी गईं और 900 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ छह ड्रोन तैनात किए गए, ताकि उनके समर्थकों को डराया जाए। उन्होंने जेल में बंद पूर्व मंत्री गोवर्धन रेड्डी का जिक्र किया, जिन पर 14 मामले दर्ज कर जमानत रोकने की कोशिश की गई है। जगन ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया।
पुलिस अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया
उन्होंने चेतावनी दी कि वाईएसआरसीपी नेताओं को परेशान करने वाले पुलिस अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा, चाहे वे रिटायर हों या देश छोड़ दें। साथ ही, उन्होंने राज्य में शराब माफिया और जमीनों को सस्ते दामों पर अज्ञात कंपनियों को देने जैसे भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ऐसी कार्रवाइयां कर रही है।
जगन के दावों को कर दिया खारिज
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की ओर से जवाब देते हुए आईटी मंत्री नारा लोकेश ने जगन के दावों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि अगर आपातकाल जैसी स्थिति होती, तो जगन स्वतंत्र रूप से घूम नहीं पाते। लोकेश ने जगन को अपनी हार पर आत्मचिंतन करने की सलाह दी और कहा कि वाईएसआरसीपी को विधानसभा में विपक्ष का दर्जा भी नहीं मिला। गृह मंत्री वी. अनिता ने भी जगन पर शोक यात्राओं को राजनीतिक प्रदर्शन बनाने का आरोप लगाया और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिशों के खिलाफ सख्ती की चेतावनी दी।





