कांवड़ यात्रा में इस बार कुछ नया देखने को मिल रहा है। हर साल की तरह सावन में भगवान शिव के भक्त कांवड़ लेकर गंगा जल भरने निकलते हैं, लेकिन इस बार महिलाओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। पहले यह यात्रा ज्यादातर पुरुषों तक सीमित थी लेकिन अब महिलाएं भी बड़े उत्साह के साथ इसमें शामिल हो रही हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष योजना बनाई है ताकि यह यात्रा सभी के लिए सुरक्षित और सुखद हो।
यात्रा के 700 किलोमीटर लंबे रास्ते पर सरकार ने 10 हजार से ज्यादा महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। इनमें 8,541 हेड कांस्टेबल और 1,486 सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं जो कुल पुलिस बल का 15 प्रतिशत हैं। ये महिला पुलिसकर्मी मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, हापुड़ और गाजियाबाद जैसे व्यस्त इलाकों में तैनात हैं। इसके अलावा 150 से ज्यादा महिला हेल्प डेस्क और शक्ति हेल्प बूथ बनाए गए हैं जहां महिला कांवड़ियों को तुरंत मदद, काउंसलिंग और मेडिकल सहायता मिलेगी।
महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी, ड्रोन और सोशल मीडिया की निगरानी की जा रही है। रात में भी महिला पुलिसकर्मी क्विक रिस्पॉन्स टीमें और 24×7 कंट्रोल रूम में तैनात हैं। मेरठ जोन, जहां सबसे ज्यादा कांवड़िए आते हैं वहां 3,200 महिला पुलिसकर्मी सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन में मदद कर रही हैं। इसके साथ ही शिव भजनों और सुरक्षा संदेशों के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सेहत और खानपान का भी खास ख्याल
यात्रियों की सेहत और खानपान का भी खास ख्याल रखा गया है। रास्ते में मेडिकल कैंप, एंबुलेंस, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और मोबाइल हेल्थ टीमें तैनात की गई हैं। खाने की गुणवत्ता जांचने के लिए फूड सेफ्टी विभाग को स्टॉल और लंगरों की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, प्रमुख स्थानों पर हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश की जाएगी ताकि कांवड़ियों का स्वागत हो और यात्रा का माहौल और भक्तिमय बने।





