26वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने ‘रुद्र’ नामक एक नए ऑल-आर्म्स ब्रिगेड के गठन की घोषणा की। इस ब्रिगेड में पैदल सेना, मशीनीकृत पैदल सेना, बख्तरबंद इकाइयां, तोपखाना, विशेष बल और मानवरहित हवाई प्रणालियां शामिल होंगी। इसे विशेष रूप से तैयार लॉजिस्टिक्स और युद्ध सहायता के साथ मजबूत किया जाएगा। सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात दो पैदल ब्रिगेडों को पहले ही ‘रुद्र’ में परिवर्तित किया जा चुका है। जनरल द्विवेदी ने कहा कि यह भारतीय सेना को एक परिवर्तनकारी, आधुनिक और भविष्योन्मुखी बल के रूप में मजबूत करेगा।
सेना प्रमुख ने ‘भैरव’ लाइट कमांडो बटालियनों के गठन की भी जानकारी दी, जो सीमा पर दुश्मन को झटका देने के लिए बनाए गए हैं। प्रत्येक पैदल बटालियन में अब ड्रोन प्लाटून शामिल हैं, जबकि तोपखाने की ताकत ‘दिव्यास्त्र बैटरी’ और लॉइटर म्यूनिशन बैटरी के जरिए कई गुना बढ़ाई गई है। इसके अलावा, सेना वायु रक्षा को स्वदेशी मिसाइल प्रणालियों से लैस किया जा रहा है, जिससे इसकी मारक क्षमता में इजाफा होगा। सीमावर्ती क्षेत्रों में नई सड़कों और बुनियादी ढांचे के साथ-साथ युद्ध, साहसिक और विरासत पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र
जनरल द्विवेदी ने हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि यह 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तानी आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए शुरू किया गया था। 6-7 मई की रात को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओजेके में 9 उच्च-मूल्य वाले आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, बिना किसी निर्दोष नागरिक को नुकसान पहुंचाए। इस ऑपरेशन को उन्होंने आतंकवाद को पनाह देने वालों के लिए स्पष्ट संदेश बताया।
भारत की S-400 वायु रक्षा प्रणाली
पाकिस्तानी सेना द्वारा जवाबी ड्रोन और मिसाइल हमलों को भारत की S-400 वायु रक्षा प्रणाली ने विफल कर दिया। 10 मई को दोनों देशों के बीच युद्धविराम समझौते के बाद यह सीमा पार संघर्ष रुक गया। जनरल द्विवेदी ने चेतावनी दी कि भारत की संप्रभुता, अखंडता या लोगों को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाने वाली ताकतों को करारा जवाब दिया जाएगा। कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने उनके परिवारों के साहस और बलिदान को देश के लिए प्रेरणा बताया।





