Karnataka Election Result 2023: कर्नाटक में कांग्रेस बहुमत पार, बीजेपी ने मानी हार, राहुल बोले- बंद हुए नफरत के बाजार

आज कर्नाटक में राज करने वाली सत्ता के भविष्य का फैसला आने वाला है। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस आगे चल रही है और पार्टी में जश्न का माहौल देखा जा रहा है।

Karnataka Election Result 2023 Update: आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आना शुरू हो गए हैं। यहां 224 विधानसभा सीटों पर बीजेपी कांग्रेस और जेडीएस के बीच मुकाबला होता हुआ दिखाई दे रहा है। पूरे राज्य में मतगणना के लिए 36 सेंटर बनाए गए हैं और सत्ता पर काबिज होने वाली पार्टी के भविष्य का फैसला दोपहर तक तय हो सकेगा। चुनाव के नतीजों की गंभीरता को देखते हुए किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं, विशेषकर मतगणना केंद्रों के अंदर और आसपास व्यापक व्यवस्था है।

Karnataka Election Result 2023 के रुझान

अब तक जो रुझान सामने आए हैं उसमें बीजेपी के आंकड़े हिले हुए नजर आ रहे हैं और कांग्रेस लगातार अपनी बढ़त बनाए हुए हैं। इलेक्शन कमीशन के मुताबिक कांग्रेस ने 50 सीटों पर जीत दर्ज की है और 87 पर आगे है। भाजपा को 21 पर जीत मिली है और 42 पर आगे है। जेडीएस ने 9 सीट जीती है और वो 11 पर आगे है। अन्य 4 सीटों पर आगे है।

कांग्रेस को मिले बहुमत के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी मीडिया के सामने आए। उन्होंने छह बार नमस्कार करते हुए कहा कि नफरत के बाजार बंद हो गए हैं और मोहब्बत की दुकानें खुली है। कर्नाटक ने दिखा दिया है कि देश को मोहब्बत अच्छी लगती है।

भाजपा की ओर से कर्नाटक में हार स्वीकार कर ली गई है मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि पूरे नतीजे सामने आने के बाद हम समीक्षा करेंगे और लोकसभा चुनाव में दमदार वापसी करेंगे।

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कनकपुर सीट से जीत दर्ज की है। चुनाव के नतीजों को देखकर डीके शिवकुमार भावुक हो गए हैं और उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं को जीत का श्रेय दिया है और कहा है कि वह नहीं भूल सकते कि राहुल और प्रियंका ने उनका कितना साथ दिया है। उन्होंने पार्टी के नेताओं का आभार व्यक्त किया और बिना समर्थन के सरकार बनाने का भी दावा किया।

 

 

कांग्रेस को 43 भाजपा को 36 और जेडीएस को 13 प्रतिशत वोट मिलते दिखाई दे रहे हैं। एग्जिट पोल के जो नतीजे सामने आ रहे हैं, उसमें बीजेपी का गढ़ कहे जाने वाले राज्य में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज होने की स्थिति में दिखाई दे रही है।

 

 

नतीजों को देखते हुए कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को बेंगलुरु पहुंचने के निर्देश दे दिए हैं और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी का कहना है कि भाजपा या कांग्रेस किसी भी पार्टी ने फिलहाल उनसे संपर्क नहीं किया है।

राज्य में 224 विधानसभा सीटें हैं और बहुमत में आने के लिए 113 सीट पर जीतना जरूरी होता है। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को खत्म हो रहा है और यही वजह है कि यहां पर इस तारीख से पहले नई सरकार बनाई जाएगी।

कर्नाटक चुनाव पर नेताओं के बयान

कर्नाटक चुनाव के नतीजे देखते हुए दिग्विजय सिंह ने बयान दिया कि दक्षिण भारत से बीजेपी का सफाया हुआ है। मध्य प्रदेश चुनाव के बाद सेंट्रल इंडिया से भी बीजेपी का सफाया हो जाएगा। खरगे के नेतृत्व को जीत का श्रेय जाता है। उन्होंने सोनिया, राहुल और प्रियंका को जीत की बधाई दी है।

राहुल गांधी ने भी कर्नाटक जीत पर बयान दिया है और कहा है कि यहां मोहब्बत की दुकान खुली है, नफरत की दुकान बंद हो गई है। उन्होंने जीत के लिए जनता और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि कर्नाटक की गरीब जनता की शक्ति ने घोर पूंजीवादी की शक्ति को हरा दिया है। उन्होंने पहली कैबिनेट में सभी वादे पूरे करने की बात भी कही है।

 

कर्नाटक चुनाव में बीजेपी को मिली बढ़त के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि जनता ने भ्रष्ट सरकार को हटाया है, हम जनता से किए गए वादे पूरे करेंगे, यह जीत कर्नाटक की जनता और कार्यकर्ताओं की है। उन्होंने राहुल और प्रियंका का धन्यवाद देते हुए कहा कि विधायक मिलकर सीएम तय करेंगे।

 

कर्नाटक चुनाव के जो नतीजे आते दिखाई दे रहे हैं, उन्हें देखते हुए बीजेपी नेता येदियुरप्पा ने हार स्वीकार कर ली है और कहां है कि जीत हार हमारे लिए नई नहीं है। मतदाताओं को बहुत धन्यवाद कार्यकर्ताओं को हताश नहीं होना है। वहीं कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि विपक्षी दलों को एक साथ खड़े होना चाहिए।

 

कर्नाटक इलेक्शन को लेकर अब अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के बयान आना भी शुरू हो गए हैं। इस मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी कर्नाटक में खरीद-फरोख्त और सौदेबाजी कर सकती है, क्योंकि उनकी राजनीति अब तक खत्म नहीं हुई है। हमने काफी अच्छा काम किया है और हम सरकार बनाएंगे।

 

वहीं इस मामले में राजस्थान के सीएम गहलोत ने कहा है कि कर्नाटक की जनता ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार कर विकास की राजनीति को चुना है। उन्होंने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में भी यह पुनरावृत्ति होगी।

 

छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल ने भी इस बारे में बयान दिया है और कहा है कि भ्रष्टाचार और नफरत के खिलाफ छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान से संदेश शुरू हो चुका है, जो अब हिमाचल के रास्ते कर्नाटक तक पहुंच चुका है और देश को नया रास्ता दिखा रहा है, 2024 में भारत जुड़ेगा और नफरत हारेगी।

 

चुनाव के रुझान को देखते हुए कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट सलीम अहमद ने कहा है कि डीके शिवकुमार सीएम पद के प्रबल दावेदार हैं।

कांग्रेस में जश्न शुरू

चुनाव के नतीजों को लेकर जो रुझान सामने आ रहे हैं उसके बाद दिल्ली और बेंगलुरु के कांग्रेस दफ्तर में कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। वहीं पार्टी ने भी सारे विधायकों को कल बेंगलुरु आने के लिए कहा है और वहां पर 12 बजे विधायक दल की बैठक रखी गई है।

 

2615 उम्मीदवारों में हुआ मुकाबला

कर्नाटक में 58,445 मतदान केंद्र बनाए गए थे। जिनमें 5 करोड़ 31 लाख 33 हजार 54 मतदान अपने मतदान का इस्तेमाल कर राज्य की सत्ता का भविष्य तय किया है, जिसके नतीजे आज सामने आएंगे। वोट डालने वालों में 2,67,28,053 पुरुष, 2,64,00,074 महिला, 11,71,558 युवा और 4927 अन्य मतदाता हैं। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 5,71,281 और 12,15,920 मतदाता 80 वर्ष से अधिक आयु के है। इन सभी मिलकर मैदान में उतरे 2615 उम्मीदवारों का भविष्य तय करने के लिए वोट दिए हैं। उम्मीदवारों में 2430 पुरुष, 180 महिलाएं और एक अन्य उम्मीदवार शामिल हैं।