भोपाल। केरल के एक आईएएस अधिकारी को कोरोना क्वारंटाइन से भागने और नियमों का उल्लंघन करने के बाद निलंबित कर दिया गया है। दरअसल केरल के आईएएस अनुपम मिश्र हनीमून मनाने विदेश गए थे, वहां से लौटने के बाद जांच में कोरोना के लक्षण पाए गए और इसके बाद अनुपम मिश्र को उनके घर में ही क्वारंटाइन कर दिया गया। वो और उनकी पत्नी एक सप्ताह पहले ही सिंगापुर और मलेशिया से हनीमून मनाकर लौटे थे। कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उन्हें केरल में उनके घर में क्वारंटाइन किया गया था, लेकिन वो वहां से बिना किसी को बताए गायब हो गए हैं। अब तक उनकी सही लोकेशन का पता नहीं चल पाया है, हालांकि उनके कानपुर में होने का अंदाजा लगाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के रहने वाले अनुपम मिश्र 2016 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं और कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उन्हें क्वारंटाइन किया गया, लेकिन 21 मार्च को ये अधिकारी अपने घर से लापता हो गए। इस बात की जानकारी जब स्वास्थ्य अधिकारियों को मिली तो वो गुरुवार को उनके सरकारी आवास पर पूछताछ करने गए। लेकिन अनुपम मिश्र अपने घर से गायब थे और उनके बारे में किसी को कोई जानकारी भी नहीं थी।
इस तरह बिना किसी को सूचना दिए क्वारंटाइन से लापता होने को लेकर उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है। कोल्लम जिला कलेक्टर बी अब्दुल नासर ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि अनुपम मिश्रा ने कहा है कि जब उन्हें क्वारंटाइन रहने के निर्देश दिये तो उन्होने कहा था कि वे अपने कानपुर स्थित घर में जाकर रहेंगे। लेकिन यह प्रोटोकॉल का गंभीर उल्लंघन है और इसीलिये कलेक्टर ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। वहीं कोल्लम जिले के रहने वाले मंत्री जे मर्सीकुट्टी ने कहा है कि ये सामाजिक प्रतिबद्धता को तोड़ने का मामला है और एक आईएएस स्तर के अधिकारी द्वारा की गई इतनी बड़ी लापरवाही किसी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। ये मामला सामने आने के बाद कई मंत्रियों ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उत्तर प्रदेश के रहने वाले कोल्लम के उप जिलाधिकारी अनुपम मिश्रा के खिलाफ अब स्वास्थ्य विभाग ने नियमों के उल्लंघन को लेक प्राप्त एक रिपोर्ट के आधार पर स्थानीय पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिला अधिकारी बी अब्दुल नस्सार ने भी इसे ‘गंभीर मामला’ बताया है। पहले अंदाजा लगाया जा रहा था कि अनुपम मिश्र बेंगलुरु में अपने परिवार के साथ रहने के लिए चले गए हैं लेकिन अब मोबाइल टावर लोकेशन के हिसाब से उनके उत्तर प्रदेश के कानपुर में होने की संभावना लग रही है।