18-Year-Old Girl Dies After Following Online Diet Chart : आजकल फिट दिखना न सिर्फ जरूरत बन गया है, बल्कि एक ट्रेंड भी बन चुका है। सोशल मीडिया, फिल्मों और विज्ञापनों के प्रभाव में लोग तेजी से वजन घटाने की कोशिश में लगे रहते हैं। लेकिन अगर आप बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह के डाइटिंग करते हैं तो ये जानलेवा भी हो सकता है। हाल ही में केरल से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक लड़की की बहुत ज्यादा डाइटिंग के कारण मौत हो गई।
इन दिनों बढ़ता वजन एक बड़ी समस्या बन गया है। वहीं, युवाओं में स्लिम रहने का ट्रेंड भी जोरों पर है। वजन नियंत्रित रखना अच्छी बात है और ये सेहत के लिहाज़ से भी जरूरी है। लेकिन, इसके लिए बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह लिए अपने मन से डाइटिंग करना जोखिम भरा हो सकता है। बिना विशेषज्ञ की सलाह के डाइटिंग करने से शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं और ये शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक सेहत के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती हैं।

सख्त डाइटिंग से युवती की मौत
केरल के कन्नूर जिले में एक 18 वर्षीय लड़की की बहुत ज्यादा डाइटिंग के कारण मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रीनंदा मट्टनूर पजहस्सिराजा एनएसएस कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा थीं। कुथुपरम्बा की रहने वाली श्रीनंदा एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मिले डाइट प्लान का सख्ती से पालन कर रही थीं। बताया जा रहा है कि वजन बढ़ने के डर से उसने खाना छोड़ दिया और लिक्विड डाइट पर थी, जिस कारण उनकी हालत बेहद खराब हो गई। रिश्तेदारों के अनुसार, उन्होंने जरूरत से ज्यादा व्यायाम भी किया। तबीयत बिगड़ने पर उसे थालास्सेरी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां वेंटिलेटर पर रखने के बाद उसकी मौत हो गई।
कभी न करें ऐसी गलती
ये घटना एक सबक की तरह है। आजकल बहुत से लोग बिना सोचे-समझे इंटरनेट पर उपलब्ध डाइट चार्ट और वर्कआउट प्लान को फॉलो करने लगते हैं। कीटो डाइट, इंटरमिटेंट फास्टिंग, डिटॉक्स डाइट, लिक्विड डाइट जैसे कई ट्रेंड सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हैं, लेकिन समझना होगा कि इस तरह की डाइट सभी व्यक्तियों के लिए उपयुक्त नहीं होती है। कई बार बिना विशेषज्ञ सलाह के अपनाई गई डाइट गंभीर पोषण संबंधी समस्याएं, कमजोरी, एनोरेक्सिया (भूख न लगने की बीमारी), और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है इसलिए वजन घटाने के लिए डाइट चार्ट किसी योग्य डाइटिशियन या डॉक्टर की सलाह से ही अपनाना चाहिए। साथ ही व्यायाम या योग भी किसी एक्सपर्ट की निगरानी या सलाह के साथ ही करना चाहिए।