भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया ने रविवार को पुणे में पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर शहर की मस्जिदों से अवैध लाउडस्पीकर हटाने की मांग की। उन्होंने विश्रामबाग थाने में पुलिस को एक पत्र सौंपा, जिसमें पुणे को लाउडस्पीकर मुक्त बनाने की अपील की गई। सोमैया ने कहा कि मुंबई उच्च न्यायालय और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देशों के अनुसार, मुंबई पहले ही लाउडस्पीकर मुक्त हो चुका है और अब पुणे में भी इस दिशा में कदम उठाने की जरूरत है।
सोमैया ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उन्होंने पुणे के पुलिस आयुक्त और विभिन्न थानों को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, “विश्रामबाग थाने के आसपास 14 मस्जिदों में अवैध लाउडस्पीकरों का उपयोग हो रहा है, जो कानून का उल्लंघन है। मुंबई और ठाणे की तरह पुणे में भी इन्हें हटाया जाना चाहिए।” उन्होंने दावा किया कि कई मस्जिदों में पांच-पांच लाउडस्पीकर लगे हैं, जबकि मंदिरों से लाउडस्पीकर पहले ही हटा दिए गए हैं।
विधानसभा में भी हुई चर्चा
भाजपा नेता ने इस मुद्दे को पूरे महाराष्ट्र में उठाने की बात कही और बताया कि उनकी पार्टी और कई विधायकों ने विधानसभा में भी इस पर चर्चा की है। उन्होंने कहा कि कानून सभी के लिए समान है और मस्जिदों में लाउडस्पीकरों का उपयोग दिन में पांच बार नमाज के लिए करना नियमों का उल्लंघन है। सोमैया ने इस मामले में सक्रिय रूप से काम करने का संकल्प जताया और मुंबई की प्रक्रिया को पुणे में लागू करने की बात कही।
आरोपियों के बरी होने पर चिंता
इसके अलावा, सोमैया ने 2008 के मालेगांव विस्फोट और 2006 के मुंबई ट्रेन विस्फोट मामलों में आरोपियों के बरी होने पर चिंता जताई। उन्होंने कांग्रेस, राकांपा (एसपी) और शिवसेना (उबाठा) पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार मुंबई ट्रेन विस्फोटों की दोबारा जांच करेगी ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और असली दोषियों की पहचान हो।





