Lalbaugcha Raja : गणेश उत्सव का त्यौहार चल रहा है। यह त्यौहार पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सबसे ज्यादा धूम गणेश चतुर्थी की महाराष्ट्र में देखने को मिलती है। दूर-दूर से लोग महाराष्ट्र में लाल बाग के राजा के दर्शन करने के लिए जाते हैं। इतना ही नहीं लोग उन्हें कई चीजों का चढ़ावा भी चढ़ाते हैं। कहा जाता है कि लालबाग के राजा भक्तों की हर मन्नत को पूरा करते हैं।
लालबाग का राजा मुंबई का सबसे अधिक लोकप्रिय सार्वजनिक गणेश मंडल है। जहां देश ही नहीं विदेशों से भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं। खास बात यह है की बड़ी-बड़ी हस्तियां तक यहां बप्पा के दर्शन करने के लिए आती है। बीते दिन ही अंबानी परिवार लाल बाग के राजा के दर्शन करने के लिए आया था। आज हम आपको लाल बाग के राजा की खासियत बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं –
कहलाते हैं मन्नतों का गणेश
लाल बाग के राजा को मननतों का गणेश कहा जाता है। लोगों की माने तो यहां मांगी गई हर मुराद बप्पा पूरी करते हैं, इसलिए उन्हें मनाता का गणेश कहा जाता है। इसी वजह से दूर-दूर से भक्ति लाल बाग के राजा के दर्शन के लिए आते हैं। यहां घंटो-घंटो तक लंबी कारों में खड़े रहने के बाद भक्तों को बप्पा के दर्शन होते हैं। इसके बाद भी भक्तों का विश्वास काम नहीं होता बल्कि बढ़ता ही जाता है। आपको बता दे लालबाग कर राजा को नवसच गणपति भी कहते हैं।
ऐसे हुई थी इसकी शुरुआत
लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेश उत्सव मंडल की स्थापना 1934 में मुंबई में कोली बंधुओं द्वारा की गई थी। तब से लेकर अभी तक हर साल गणेश चतुर्थी के दौरान लालबाग के राजा की स्थापना की जाती है। यह मुंबई के लालबाग परेल इलाके में स्थापित की जाती है। हालांकि सार्वजनिक गणेश उत्सव की शुरुआत लोकमान्य तिलक द्वारा की गई थी। उसके बाद से ही लगातार यह परंपरा चली आ रही है। धीरे धीरे इसकी प्रसिद्धी बढ़ती जा रही है। उद्योगपति, कलाकार, राजनेता, खिलाड़ी और कई बड़े लोग यहां दर्शन करने के लिए आते हैं और बाप्पा को लाखों का चढ़ाव चढ़ाते हैं।