भारत में मुगल काल में एक से बढ़कर एक किले बनवाए गए, जो आज भी पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण रखते हैं। यूं तो सभी किले देखने में लगभग एक जैसे ही हैं, लेकिन इनका इतिहास, बनावट, अंदर की सुंदरता और रहस्य इन्हें बाकी सभी से अलग बनाता है। किले का नाम लिया जाए तो दिमाग में सबसे पहले दिल्ली में स्थित लाल किले का ही नाम और छवि उभर कर सामने आती है। इसके बारे में हम सभी बचपन से पढ़ते आ रहे हैं। हर एक किला मुगल वंश के इतिहास से जुड़ा हुआ है।
भारतीय इतिहास में मुगलों के शासनकाल का जिक्र पाया जाता है, जिन्होंने लगभग 300 सालों तक हमारे देश में राज किया। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण महत्व का निर्माण करवाया।
सैन्य रणनीति का प्रतीक
यह सभी आज भी भारत के प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन की लिस्ट में शुमार हैं, जिनकी देखरेख भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा की जाती है। यह मुगलों की सैन्य रणनीति का प्रतीक हैं, साथ ही इसके जरिए हमें अद्भुत वास्तुकला का मिश्रण भी देखने को मिलता है। ऐसे में आज हम आपको मुगल काल के सबसे बड़े किले के बारे में बताएंगे, जिसकी खासियत और इसकी बनावट लोगों का दिल जीत लेती है।
मुलगकाल की शुरुआत
मुगल इतिहास की शुरुआत की बात करें तो साल 1526 में पानीपत की पहली लड़ाई दिल्ली सल्तनत के अंतिम शासक इब्राहिम लोदी और चंगेज खान के वंशज जहीरूद्दीन मोहम्मद बाबर के बीच लड़ी गई थी, जिसमें बाबर ने लोधी सेना को पराजित कर दिया था। इसके बाद दिल्ली और आगरा पर बाबर का कब्जा हो गया और उसने मुगल साम्राज्य की नींव रखी। सबसे पहले बाबर ने दो भव्य इमारतों का निर्माण करवाया, जिनमें से एक आगरा का किला है जिसे किला-ए-अकबरी के नाम से भी जाना जाता है, जिसका पुनर्निर्माण मुगल शासक अकबर ने 1565 में शुरू करवाया था, जो कि 1573 में पूरा हुआ। जबकि दूसरा किला दिल्ली में बनवाया गया जिसे लाल किला के नाम से जाना जाता है, हालांकि यह किला-ए-मुबारक के नाम से भी प्रसिद्ध है।
लाल किला (Red Fort)
इन दोनों किलो का इतिहास लगभग एक समान ही रहा है, लेकिन दिल्ली का लाल किला मुगल काल का, या फिर वर्तमान का सबसे बड़ा किला है, जिसका निर्माण मुगल सम्राट शाहजहां ने किया था। यह किला 228.8 एकड़ जमीन में फैला हुआ है, जिसकी दीवार की परिधि 2 किलोमीटर से अधिक है। लाल पत्थर से तैयार किए गए इस भव्य किले की सुंदरता देखने लायक है।
लगती है एंट्री फीस
दिल्ली के प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन में सुमार लाल किले में अंदर जाने के लिए एंट्री फीस देनी पड़ती है। वर्तमान में यहां सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस और सीआरपीएफ भारी संख्या में तैनात रहते हैं, ताकि किसी प्रकार की कोई अनहोनी न हो। यहां देश का झंडा भी फहराया जाता है। इसके अंदर मुख्य रूप से आपको खास महल, रंग महल, दीवाने आम, दीवाने खास, मोती मस्जिद, हम्माम और हयात बख्श बाग देखने को मिलेगा।
आप भी जाएं घूमने
मूल रूप से इसके इतिहास की बात करें तो जब यहां ब्रिटिश शासकों ने हमला किया था, तब कई इमारतों को ध्वस्त कर दिया गया। साथ ही यहां कब्जा करने के बाद एक बैरक बनवाई गई थी, जो आज भी मौजूद है। यदि आपको कभी देश में स्थित सबसे बड़े किले को एक्सप्लोर करने का मौका मिले, तो आप भी जरूर जाएं। यहां की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी। यहां केवल देश ही नहीं, बल्कि विश्व भर से पर्यटक आते हैं, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को यह सभी आज भी भारत के प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन की लिस्ट में शुमार हैं, जिनकी देखरेख भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा की जाती है। यह मुगलों की सैन्य रणनीति का प्रतीक हैंभी मजबूती मिलती है।





