भारत में मंदिरों की कोई कमी नहीं है। पूरब से लेकर पश्चिम तक, उत्तर से लेकर दक्षिण तक, चारों दिशाओं में हर एक गली, मोहल्ले में किसी न किसी भगवान का मंदिर बना हुआ है। इनमें से कुछ विश्व प्रसिद्ध हैं, तो कुछ स्थानीय स्तर पर फेमस हैं। इन सभी का अलग-अलग महत्व और इतिहास रहा है। कुछ मंदिरों में सालों भर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है, तो कुछ ऐसे भी मंदिर हैं जहां एक निश्चित समय पर ही भक्त पहुंचते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे, जहां का रहस्य आज तक कोई नहीं सुलझा सका है।
लेपाक्षी मंदिर
दरअसल, इस मंदिर का नाम लेपाक्षी मंदिर है, जो कि आंध्र प्रदेश के आनंदपुर जिले में स्थित है। यहां पर हवा में लटका हुआ खंबा है, जो इसे अपने आप में अनोखा बनाता है। यह मंदिर भगवान शिव के रौद्र अवतार वीरभद्र और भगवान विष्णु को समर्पित है। यदि आप मंदिर के परिसर के अंदर प्रवेश करेंगे, तो यहां आपको सुंदर मूर्तियां, नक्काशीदार स्तंभ नजर आएंगे, जो अपना इतिहास बयां करते हैं।
रहस्य जानने की कोशिश
इतिहासकारों की मानें, तो इस मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में किया गया था। इस दौरान इंजीनियर भी नहीं हुआ करते थे। इसके बावजूद यहां जो खंभे बनाए गए, वह बहुत ही अजूबा हैं। इसके मुख्य हॉल में 70 खंभे हैं, जिनमें से एक खंभा भी जमीन को नहीं छूता है। इसके नीचे से एक कपड़ा या धागा आसानी से आर-पार हो जाएगा। यहां के स्थानीय लोगों का ऐसा मानना है कि इस खंभे को छूने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। बहुतों ने इस खंबे को हटाने की कोशिश की, साथ ही यहां के रहस्य को भी जानना चाहा, लेकिन कोई भी इसमें सफल नहीं हो पाया।
मांगते है आशीर्वाद
वैज्ञानिक और धार्मिक मान्यताओं का अनोखा नमूना आपको इस मंदिर में बखूबी देखने को मिल जाएगा। जो भी यहां जाता है, वह इस चमत्कार को देखकर बिल्कुल हैरान रह जाता है। एक ही पत्थर से बनी यहां की खास मूर्तियों में नंदी महाराज की मूर्ति बेहद अलग है, जहां आने वाले भक्त माथा टेकते हैं और उनसे कान में कहकर आशीर्वाद मांगते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)





