भोपाल/नई दिल्ली।
रिजल्ट से पहले एक्जिट पोल के नतीजों ने देशभर में तहलका मचा दिया है, खास करके एमपी में हलचल तेज हो गई है। यहां 24 -26 सीटे मिलने के अनुमान के बाद गदगद हुई बीजेपी फिर से सरकार बनाने की बात कह रही है। नेताओं द्वारा लगातार विधायकों के संपर्क में होने का दावा किया जा रहा है, साथ ही फ्लोर टेस्ट की कमलनाथ सरकार को चुनौती दी गई है। इस सियासी घमासान के बीच कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने बड़ा बयान देकर राजनैतिक गलियारों में सियासत गर्मा दी है।अल्वी का कहना है कि अगर एग्जिट पोल जैसे रिजल्ट आते हैं तो हमारा मानना है कि पिछले दिनों तीन राज्यों के चुनाव में जहां-जहां कांग्रेस जीती है वह एक साजिश थी।
एक चैनल से चर्चा के दौरान पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि यदि एग्जिट पोल सटीक रहता है तो तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में जहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की वह एक साजिश थी। इन राज्यों में हमारी जीत के साथ ही यह भरोसा कायम करवाया गया कि ईवीएम सही है और चुनाव आयोग में सरकार का कोई दखल नहीं है। अगर चुनाव में कोई धांधली नहीं हुई है तो ऐसे नतीजे नहीं आ सकते और अगर ऐसे नतीजे आते हैं तो फिर ईवीएम में गड़बड़ी की गई है। अल्वी ने ये भी कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि ईवीएम पर सवाल ना उठें इसीलिए तीन राज्यों में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव जिताया गया हो।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश यहां 2018 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीयों के साथ ही सपा और बसपा विधायकों का समर्थन लेकर कांग्रेस ने सरकार बनाई है। एग्जिट पोल जारी होने के बाद भाजपा ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है और दावा किया है कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में है, इसलिए विधानसभा सत्र बुलाया जाए और फ्लोर टेस्ट करवाया जाए। बता दें, मध्यप्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 116 है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 और भाजपा 109 पर अटक गई थी। इसके बावजूद कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका मिल गया, क्योंकि उसके पास 4 निर्दलीय, 2 बसपा और एक सपा विधायक का समर्थन है।
कौन है राशिद अल्वी
राशिद अल्वी कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। 2011 से 2013 तक कांग्रेस के प्रवक्ता भी रहे हैं। अमरोहा लोकसभा सीट से राशिद अल्वी पूर्व में बसपा के टिकट पर 1999 का आम चुनाव यहां से जीत चुके हैं। कांग्रेस ने UP के अमरोहा से राशिद अल्वी को 2019 लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था।
एक नजर एक्जिट पोल के नतीजों पर-
सभी एग्जिट पोल भाजपा के लिए 22 से 27 और कांग्रेस के लिए दो से सात सीटें मिलने की संभावनाएं जता रहे हैं। सभी पोल में भाजपा क्लीन स्वीप करती नजर आ रही है।
-टुडेज चाणक्य पोल के मुताबिक, प्रदेश में 2014 का आंकड़ा ही दोहराए जाने की उम्मीद है
-पोल कहता है कि साढ़े चार माह पहले हुए विधानसभा चुनाव से उलट लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश से भाजपा को 27 और कांग्रेस को दो सीटें मिलने की उम्मीद है।
-न्यूज 18 नेटवर्क के आईपीएसओएस के एग्जिट पोल में भी कमोबेश यही स्थिति है। इस सर्वे में भाजपा को 24 से 27 और कांग्रेस को दो से चार सीटें मिलने की उम्मीद है।
-एबीपी न्यूज के नतीजे जरूर कांग्रेस को राहत देने वाले हैं। इस चैनल ने भाजपा को 22 और कांग्रेस को सात सीटें मिलने की उम्मीद जताई है।
-सी वोटर ने मप्र में भाजपा को 24 और कांग्रेस को पांच सीटें मिलने का अनुमान जताया है।
-आजतक/एक्सिस माइ इंडिया के अनुसार BJP को मध्य प्रदेश में 26 से 28 सीटें मिल सकती हैं। तो वहीं कांग्रेस सिर्फ 1 से 3 सीटों पर सिमट सकती है।