‘न उम्र की सीमा हो न जन्म का हो बंधन’ गांववालों ने कराई 10 बच्चों की मां की उसके प्रेमी से शादी
Love Marriage : कहते हैं प्रेम न उम्र देखता है न ऊंच नीच। प्रेम करने के लिए कोई बंधन आड़े नहीं आता। और जिससे प्रेम हो उससे शादी हो जाए तो इससे बेहतर बात भला क्या हो सकती है। ऐसे ही एक अनोखे प्रेम विवाह का मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से। ये शादी न सिर्फ दो प्रेम करने वालों के लिए एक नई शुरूआत है..बल्कि इसमें गांव की पंचायत ने जो भूमिका निभाई वो भी काबिले तारीफ है।
बड़हलगंज के ददरी गांव में रहने वाली 42 साल की सोनी देवी के पति विजय शर्मा का कुछ साल पहले देहांत हो गया। सोनी देवी के 10 बच्चे हैं जिनमें चार लड़कियां और छह लड़के हैं। सबसे बड़ी बेटी की उम्र करीब 22 साल है। पति की मौत के बाद वो स्थानीय गुरुकुल पीजी कॉलेज में कुछ काम करके अपना और बच्चों का पेट पाल रही थी। इसी बीच उसकी मुलाकात नकइल गांव के रहने वाले बालेंद्र उर्फ बलई से हुई। बालेंद्र की उम्र 40 साल है और उसने अब तक शादी नहीं की थी।
दोनों के बीच मेल मुलाकातें बढ़ीं और उनमें प्रेम हो गया। वो पिछले करीब पांच साल से एक दूसरे से प्रेम कर रहे थे और करीब एक साल पहले महिला अपने प्रेमी के साथ भाग गई। हाल ही में वो गांव वापस लौटी तो 10 बच्चों की मां का ये प्रेम संबंध गांव में कुछ लोगों को रास नहीं आया। इसकी शिकायत की गई और गांव में पंचायत बैठी। लेकिन यहां कहानी में थोड़ा ट्विस्ट है। पंचायत ने कहा कि क्यों न इन दोनों की शादी करा दी जाए..इससे ये एक परिवार बन जाएगा और बच्चों को भी पिता मिल जाएंगे। इसके बाद सर्वसम्मति से दोनों की शादी करा दी गई। गांववालों ने इन्हें शादी के उपहारस्वरूप घरेलू काम में आने वाली वस्तुएं भी दी। इस शादी में पीजी कॉलेज के प्रबंधक ने भी अहम भूमिका निभाई और अब कॉलेज परिसर में उन्हें रहने की जगह दी गई और और दोनों को नौकरी भी दी है।