13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। महाकुंभ को 44 दिन पूरे हो चुके हैं। प्रयागराज में इन 44 दिनों में 65 करोड़ श्रद्धालुओं ने अब तक डुबकी लगाई है। 26 फरवरी यानी आज महाकुंभ का अंतिम दिन है। आज महाशिवरात्रि के अवसर पर सुबह 6:00 बजे तक ही 41.11 लाख लोग पवित्र डुबकी लगा चुके थे। आज इस महाकुंभ का समापन होने वाला है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आज यानी महाकुंभ के अंतिम दिन, महाशिवरात्रि के मौके पर लगभग तीन करोड़ श्रद्धालु पहुंच सकते हैं। इसके चलते महाकुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 66 से 67 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।

हिंदुओं की लगभग आधी आबादी महाकुंभ पहुंची
प्रयागराज महाकुंभ ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। प्रयागराज पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या भारत की आधी आबादी से ज्यादा हो चुकी है। लगभग 193 देशों की जनसंख्या से अधिक लोग अब तक महाकुंभ में डुबकी लगा चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि हिंदुओं की लगभग आधी आबादी के बराबर श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंचे हैं।
महाशिवरात्रि के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़
महाशिवरात्रि के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ महाकुंभ पहुंच सकती है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 25 फरवरी की शाम से ही प्रयागराज शहर में वाहनों की एंट्री बैन कर दी गई थी। 24 फरवरी की शाम से ही भक्तों की लंबी लाइन संगम की ओर बढ़ रही थी। हालांकि, पैरामिलिट्री फोर्स द्वारा श्रद्धालुओं को एक डुबकी लगाने के बाद ही घाट को खाली कराया जा रहा है।
मौनी अमावस्या के दिन लगभग 7.64 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे
प्रयागराज महाकुंभ में कई रिकॉर्ड टूट चुके हैं। दरअसल, मौनी अमावस्या के दिन लगभग 7.64 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे। 29 जनवरी को महाकुंभ मेले में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिली थी, जबकि आज महाशिवरात्रि पर तीन करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। महाकुंभ की मॉनिटरिंग खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं। सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कड़े बंदोबस्त किए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की गलती न हो। साथ ही, सभी श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि संगम पर ज्यादा भीड़ न करें और स्नान करके आगे बढ़ते जाएं।