महाराष्ट्र में एक बार फिर भीड़तंत्र ने सड़कों पर कब्जा जमा लिया, जब राज ठाकरे के समर्थकों ने मुंबई के पास पनवेल में एक डांस बार में तोड़फोड़ की। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख के रायगढ़ जिले में डांस बार के खिलाफ दिए गए उग्र भाषण के बाद देर रात यह हिंसा भड़की। राज ठाकरे ने पनवेल में किसान मजदूर पार्टी की सभा में कहा था कि रायगढ़ (जो छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी थी) वहां डांस बार नहीं चलने चाहिए।
पुलिस के अनुसार, दर्जनों लोग लाठियों के साथ नाइट राइडर्स बार में घुस गए और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखा कि भीड़ ने फर्नीचर तोड़ा, शराब की बोतलें फोड़ीं और बार के अंदर का सामान तहस-नहस कर दिया। टेबल तोड़ दी गईं और कांच के सामान चकनाचूर कर दिए गए। पुलिस ने घटना का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज व गवाहों के बयान एकत्र किए जा रहे हैं।
प्रतीकात्मक विरोध बताया
एमएनएस नेता संदीप देशपांडे ने इस कार्रवाई को प्रतीकात्मक विरोध करार देते हुए बचाव किया। उन्होंने कहा, “यह प्रतीकात्मक विरोध है। ये बार अवैध हैं, इसलिए यह तुरंत करना जरूरी था। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।” राज ठाकरे पहले भी मराठी गौरव के नाम पर हिंसा का समर्थन करते रहे हैं और उनके समर्थकों पर गैर-मराठी लोगों के साथ मारपीट व स्थानीय भाषा बोलने के लिए मजबूर करने के आरोप लगते रहे हैं।
आगे की कार्रवाई के लिए सबूत
पुलिस ने कहा कि वे इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए सबूत जुटा रही है। राज ठाकरे के भाषण ने पनवेल में एमएनएस कार्यकर्ताओं को उकसाया, जिसके बाद वे आधी रात को आक्रामक हो गए और तोड़फोड़ पर उतर आए। इस घटना ने एक बार फिर मराठी अस्मिता के नाम पर हिंसा और भीड़तंत्र का मुद्दा गरमा दिया है।





