दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफतला मिली है। NIA ने इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान आमिर राशिद अली के रूप में हुई है, इसके ही नाम पर वह i20 कार रजिस्टर्ड थी जिसमें विस्फोटक से भरा गया था। राशिद को एनआईए ने दिल्ली से गिरफ्तार किया।
आतंकी हमले की रची साजिश
एनआईए की जांच में यह सामने आया है कि आमिर राशिद अली जम्मू-कश्मीर के पंपोर के सांबूरा का रहने वाला है। उसने सुसाइड बॉम्बर उमर नबी के साथ मिलकर इस हमले की साजिश रची थी। आमिर दिल्ली आया था ताकि उस कार की खरीद में मदद कर सके, जिसे बाद में व्हीकल-बोर्न इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (VBIED) के रूप में इस्तेमाल किया गया।
NIA ने फोरेंसिक जांच से पता लगाया है कि वाहन में सवार आईईडी के मृतक चालक की पहचान उमर उन नबी के रूप में हुई है, जो पुलवामा जिले का निवासी और फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी में जनरल मेडिसिन विभाग में सहायक प्रोफेसर था।
अब तक 73 लोगों से हुई पूछताछ
एंटी-टेरर एजेंसी ने नबी के नाम से रजिस्टर्ड एक और गाड़ी भी जब्त की है। यह गाड़ी मामले में सबूत के तौर पर जांच की जा रही है। अब तक NIA ने 73 लोगों से पूछताछ कर बयान दर्ज किए हैं, जो 10 नवम्बर को दिल्ली को हिला देने वाले धमाके से जुड़े हैं।
दिल्ली पुलिस, जम्मू व कश्मीर पुलिस, हरियाणा पुलिस, यूपी पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम करते हुए NIA अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। यह एजेंसी इस बड़े षड्यंत्र का पर्दाफाश करने और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।





