नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को शनिवार शाम गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार (Partha Chatterjee arrested) किया गया है। गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया जहाँ से कोर्ट ने उन्हें दो दिन की रिमांड पर भेज दिया। यहाँ बता दें कि एक दिन पहले ही शुक्रवार को मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी एवं सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर भी ईडी का छापा पड़ा था जहाँ से 20 करोड़ रुपये कैश मिलने का दावा किया गया है।
आपको बता दें कि ममता बनर्जी के करीबी और पश्चिम बंगाल के कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज मिनिस्टर एवं पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) शुक्रवार पूरी रात पूछताछ की। बताया जाता है कि ED के अधिकारी पूछताछ के लिए पार्थ चटर्जी के घर शुक्रवार सुबह पहुँच गए थे। सुबह आठ बजे से पूछताछ का जो सिलसिला शुरू हुआ वो रात भर चला और फिर शनिवार शाम ED ने मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार (Minister Partha Chatterjee arrested by ED) कर लिया। कहा जा रहा है कि जब शिक्षक भर्ती घोटाला हुआ था तब चटर्जी बंगाल के शिक्षा मंत्री थे।
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यहाँ एक बात गौर करने वाली है। पार्थ चटर्जी से सीबीआई भी दो बार पूछताछ कर चुकी है। पहली बार सीबीआई ने 25 अप्रैल को पूछताछ की थी और दूसरी बार 18 मई को पूछताछ की थी। उधर पार्थ चटर्जी की गिरफ़्तारी पर विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने आपत्ति जताई है उन्होंने एक बयान में कहा है कि ED को विधानसभा के सदस्य की गिरफ़्तारी से पहले विधानसभा अध्यक्ष को सूचित करना चाहिए था जो उसने नहीं किया, जबकि ये एक संवैधानिक नियम है।
कौन हैं पार्थ चटर्जी
ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी पांच बार के विधायक हैं। ये टीएमसी के कद्दावर नेताओं में माने जाते हैं। ममता बनर्जी सरकार में ये साल 2011 से ही मंत्री हैं। पार्थ चटर्जी 2006 से 2011 तक पश्चिम बंगाल विधानसभा ने विपक्ष के नेता भी रहे हैं।
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वर्तमान में इन विभागों की जिम्मेदारी है
पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी के बेहद करीबी माने जाते हैं। वो इस समय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री हैं। उनके पास संसदीय कार्य विभाग का भी प्रभार है। वे 2014 से 2021 तक शिक्षा मंत्री भी रहे हैं। वे तृणमूल कांग्रेस में महासचिव हैं। टीएमसी के टिकट पर वे 2001 में जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे।