नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में रात के समय आसमान से कटने वाली रोशनी की एक धधकती लकीर ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया। क्योंकि लोगो ने इस असामान्य घटना को उल्का बौछार होने का अनुमान लगाया था। इस गतिविधि की तस्वीरें और वीडियो शनिवार शाम को सोशल मीडिया पर खूब साझा किए गए।
यह भी पढ़ें – Navratri Fast 2022 : अगर आप भी हैं शुगर के मरीज तो उपवास में रिस्क से बचने के लिए ये टिप्स को जरूर फॉलो करें
खगोलविद जोनाथन मैकडॉवेल ने एक ट्वीट किया इस वीडियो को देखने के बाद जिसके अनुसार यह चीनी रॉकेट के संभावित पुन: प्रवेश चरण का रूप हो सकता है, जिसे फरवरी 2021 में लॉन्च किया गया था। दरसल फरवरी 2021 में चांग झेंग 3 बी सीरियल नंबर Y77 का तीसरा चरण लॉन्च किया गया था जिसका कुछ समय बाद फिर से प्रवेश करने की उम्मीद थी।
यह भी पढ़ें – Lifestyle: जीवन में संतुष्टि जरूरी है सफलता? आओ समझें
स्काईवॉच समूह, नागपुर के अध्यक्ष सुरेश चोपडे ने कहा कि दुर्लभ घटना को महाराष्ट्र में कई लोगों ने देखा और ऐसा लगता है कि यह घटना किसी उपग्रह से कनेक्ट है। ऐसा लगता है किसी देश का उपग्रह गलती से गिर रहा है। यह उल्का का बौछार नहीं लगता लेकिन हो सकता है कि यह उल्का ही हो। लेकिन जो भी हो उसकी चमक से यह कन्फर्म है कि उसके साथ कोई धातु थी।
यह भी पढ़ें – Mandi bhav: 3 अप्रैल 2022 के Today’s Mandi Bhav के लिए पढ़े सबसे विश्वसनीय खबर
वहीँ मध्यप्रदेश के भी कई जगहों पर इसे देखा गया है। जिसके बाद सोशल मीडिया पर तो जैसे इस वीडियो की बाढ़ आ गयी। हर जगह इसी के चर्चे थे। कुछ ने कहा कि यह उड़न तस्तरी थी। तो किसी ने जादू की फोटो दाल कर मीम बना दिया और कहा वह ऋतिक से मिलने आया था। फ़िलहाल जाँच जारी है। गौरतलब है कि उल्का बौछार एक खगोलीय घटना है जिसके दौरान रात के आकाश में एक बिंदु से कई उल्काओं को विकिरण या उत्पन्न होते देखा जाता है।