नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। द्रौपदी मुर्मू ने आज पहली आदिवासी समुदाय से राष्ट्रपति पद के रूप में शपथ ली। वह भारत के लिए राष्ट्रपति पद का निर्वाहन करने वाली 15वीं शख्स है। मुर्मू के शपथ लेते ही रामनाथ कोविंद अब पूर्व महामहिमों की सूचि में शामिल हो गए है। लेकिन कोविंद के राष्ट्रपति पद से सेवानिवृत्त होते ही घाटी से उनके खिलाफ आलोचना से लबरेज बयान आना शुरू हो गए है। जम्मू-कश्मीर पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति पर निशाना साधते हुए उनके काम पर सवाल उठाए है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “निवर्तमान राष्ट्रपति (रामनाथ कोविंद) अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जहां भारतीय संविधान को पंद्रहवीं बार कुचला गया था। चाहे वह अनुच्छेद 370, सीएए को खत्म करना हो या अल्पसंख्यकों और दलितों को बेधड़क निशाना बनाना हो, उन्होंने भारतीय संविधान की कीमत पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया।”
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से चुनाव नहीं हुए है और वहां अभी भी राष्ट्रपति शासन लागू है, जिसकी जिम्मेदारी जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा संभाल रहे है। इस बीच विपक्षी नेता केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहे है।
हालांकि, ये पहली बार नहीं है, जब महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर को ध्यान में रखते हुए सरकार पर तंज कसा है, इससे पहले भी उन्होंने पीएम मोदी के ‘हर घर तिरंगा अभियान’ पर आपत्ति जताई थी, जहां उन्होंने लिखा “”हम 15 अगस्त मनाते हैं, 26 जनवरी मनाते हैं क्योंकि हम आजाद हुए थे, एक देश बने। मुफ्ती ने कहा, जम्मू कश्मीर, हम मुस्लिम राज्य होने के बावजूद पाकिस्तान के साथ नहीं गए। हमने सेक्युलरिज्म के लिए भारत का झंडा कबूल किया। लेकिन आज ये लोग घर में घुस घुस कर झंड़ा लगा रहे हैं। जबकि ये लोग भगवा झंडे को मानने वाले लोग हैं। ये लोग तिरंगे की इज्जत न करने वाले लोग हमारे घरों में घुस घुसकर झंडे लगा रहे हैं।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “जम्मू कश्मीर में जिस तरह प्रशासन छात्रों, दुकानदारों और कर्मचारियों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर कर रहा है, ऐसा लगता है कि कश्मीर एक दुश्मन क्षेत्र है जिसे कब्जा करने की जरूरत है।”
बता दे, भारत इस वर्ष ‘आजादी का अमृत उत्सव’ यानि 75वां वर्ष मना रहा है। इसको लेकर पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि अमृत महोत्सव के तहत सभी लोग 13-15 अगस्त तक अपने घरों में तिरंगा फहराएं। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत 20 करोड़ लोग घरों पर तिरंगा फहराएंगे।